-लंका में बीएचयू हॉस्पिटल के गेट के पास खड़ी मिली कार में मिले खून के छींटे

-हॉस्पिटल आये रोहतास के ही एक मिस्त्री ने कार की पहचानकर परिजनों को दी सूचना

-लाखों के जेवर और कैश लेकर निकला था बनारस के लिए, अपहरण की आशंका, पुलिस जुटी जांच में

VARANASI: बिहार के रोहतास जिले के सासाराम स्थित लश्करीगंज के रहने वाले सर्राफा कारोबारी दुर्गेश सेठ की कार मंगलवार को बीएचयू हॉस्पिटल, लंका के पास संदिग्ध हालात में बरामद हुई। लेकिन कारोबारी कार से लापता मिला। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस जांच में जुट गई। पुलिस को आशंका है लाखों के जेवर और कैश लेकर बनारस आ रहे कारोबारी के पीछे बदमाश लग गए होंगे और उन्होंने ही कारोबारी का अपहरण किया होगा। काफी जद्दोजहद के बाद देर शाम पुलिस ने कारोबारी के ममेरे भाई की तहरीर पर अपहरण की धारा फ्म्ब् के तहत एफआईआर दर्ज किया।

मोबाइल हुआ बंद

लश्करीगंज के रहने वाले अयोध्या सेठ के बेटे दुर्गेश की सासाराम स्थित एक कॉम्प्लेक्स में सर्राफा की दुकान है। दुर्गेश बनारस से कच्चा माल सासाराम ले जाकर उसे तैयार करने के बाद डिलीवरी देने के लिए अक्सर बनारस आते थे। सोमवार को भी वह शाम पांच बजे अपनी मारुती सुजुकी स्विफ्ट बीडीआई संख्या बीआर ख्ब् के भ्फ्8ख् से बनारस के लिए निकले थे। इस बीच पिता अयोध्या ने शाम 7.ख्0 बजे दुर्गेश के मोबाइल पर फोन किया लेकिन फोन नहीं उठा। जबकि इसके कुछ ही देर बाद छोटे भाइयों हरिकेश और छोटे ने दुर्गेश से बात की तो उसने बताया कि वह टेंगरा मोड़ रामनगर के आगे गंगा पुल क्रॉस कर रहा है और बनारस में एंट्री लेने वाला है। इसके बाद शाम 7.ब्0 बजे पिता ने दुर्गेश को फिर फोन किया तो उसका फोन स्विच ऑफ बताने लगा। जो मंगलवार सुबह तक ऑफ था।

मिस्त्री ने देखी कार

मोबाइल स्वीच ऑफ मिलने से दुर्गेश की फैमिली पूरी रात परेशान रही। इस बीच मंगलवार की सुबह क्क् बजे सासाराम से बीएचयू हॉस्पिटल में चेकअप कराने पहुंचा कार मिस्त्री जयराम जब हॉस्पिटल से बाहर निकला तो उसे वहां दुर्गेश की कार खड़ी दिखी जिसे उसने पहचान लिया। कार के आगे की खिड़की के दोनों शीशे टूटे थे। इस पर उसने तत्काल फोन कर दुर्गेश के परिजनों को सूचना दी। जिसके बाद परिजन भागे भागे बनारस पहुंचे और पुलिस को इंफॉर्म किया।

पुलिस करने लगी आनाकानी

मौके पर पहुंची पुलिस ने कार की पड़ताल की तो कार के अगले गेट के दोनों शीशे टूटे मिले। कार की फ्रंट सीट पर खून के छींटे और एक टूटा सिमकार्ड भी कार के अंदर से बरामद हुआ। जिसके बाद पुलिस मामला दर्ज करने में आनाकानी करने लगी और मामले को रोहतास का बताते हुए परिजनों पर वहीं जाने का प्रेशर बनाने लगी। तब अधिकारियों से बातचीत की गई जिसके बाद एसएसपी जोगेन्द्र कुमार, एसपी सिटी सुधाकर यादव ने मौके का मुआयना करने के बाद तत्काल मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।

पास में है लाखों का माल

परिजनों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि दुर्गेश के पास सात से आठ लाख रुपये का माल मौजूद है, जिसमें तीन से चार लाख रुपये कैश और लगभग पांच लाख के तैयार गहने हैं। परिजनों ने बताया कि दुर्गेश बनारस के कई बड़े कारोबारियों से कच्चा सोना लेकर जाता था और रोहतास से तैयार गहने लाकर उनको सप्लाई देता था। एसएसपी जोगेन्द्र कुमार के मुताबिक चूंकि कारोबारी कारोबार के सिलसिले में अक्सर बनारस आता था। इसलिए इस बात से इनकार नहीं कर सकते हैं कि बदमाश कारोबारी के पीछे पहले से न लगे हों। संभव है कि बदमाशों ने रेकी के बाद कारोबारी का अपहरण कर किसी वारदात को अंजाम दिया हो।

परिजन दहशत में

पुलिस भले ही इस मामले को अपहरण बता रही हो लेकिन कार में खून के छींटे देख परिजन किसी अनहोनी की आशंका को लेकर दहशत में हैं। देर शाम मौके पर पहुंची क्राइम ब्रांच और फोरेंसिक टीम ने कार की पड़ताल की। इसके बाद दुर्गेश के परिजनों को लेकर उसकी तलाश में रवाना हो गई।

मामला गंभीर है। पुलिस जांच कर रही है। रोहतास एसपी से सम्पर्क में हैं। पल पल की अपडेट ली जा रही है। कारोबारी के मोबाइल डिटेल की भी पड़ताल की जा रही है।

जोगेन्द्र कुमार, एसएसपी