- अपनी मांगों को लेकर सराफा व्यापारियों ने दो घंटे तक हाईवे जाम कर जताया विरोध

- सरकार के खिलाफ की नारेबाजी, वित्तमंत्री का फूंका पुतला

- एक्साइज डयूटी के विरोध में 28 दिन से जारी है व्यापारियों की हड़ताल

GORAKHPUR: एक्साइज डयूटी व पैनकार्ड की अनिवार्यता के विरोध में सोमवार को सराफा व्यापारी सड़कों पर उतर आए। ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन के आवाह्न पर सराफा मंडल की ओर से समर्थन करते हुए व्यापारियों ने यहां भी राप्ती पुल पर हाइवे जाम कर दिया। दो घंटे तक सड़कों पर बैठे सराफा व्यापारियों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए और वित्त मंत्री अरुण जेटली का पुतला फूंका। इसका नेतृत्व सराफा मंडल के अध्यक्ष शरद चंद अग्रहरी व संरक्षक पुष्पदंत जैन ने किया।

कुंभकरण की नींद सो रहा केंद्र

शरद अग्रहरी ने कहा कि आज गोरखपुर सहित पूरे भारत वर्ष में बीते 28 दिनों से लगातार बंदी चली आ रही है, लेकिन केंद्र सरकार कुंभकरण की नींद में सो रही है। उन्होंने वित्तमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक हमारी मांगें नहीं मांगी जाएंगी, तब तक हम झुकने वाले नहीं है और केंद्र सरकार को हर हाल में हमारी मांगों को मानना होगा। शरद चंद अग्रहरी ने कहा कि वित्तमंत्री को शर्म आनी चाहिए कि सराफा व्यापारी 80 प्रतिशत राजस्व देता है। आज भाजपा सरकार व्यापारियों की कही जाती है, लेकिन आज उसी के सामने व्यापारियों को गिड़गिड़ाना पड़ रहा है।

आर-पार की होगी लड़ाई

संरक्षक पीडी जैन ने कहा कि सराफा व्यापारी व कारीगर किसी कीमत पर झुकने वाले नहीं हैं। अगर मांगें पूरी नहीं हुई तो अब यह लड़ाई आर-पार की होगी। धरना में विभिन्न व्यापारिक संगठन व राजनैतिक पार्टियों ने भी हिस्सा लेकर व्यापारियों के आंदोलन का समर्थन किया। अंत में व्यापारियों ने करीब दो घंटे तक हाइवे जाम करने के बाद प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। इस दौरान पुष्पदंत जैन, अतुल सराफ, राकेश वर्मा, महेश वर्मा, मदन वर्मा, दिनेश सराफ, सुरेंद्र सोनी, अशोक वर्मा, रत्‍‌नेश सराफ, मनोज सराफ आदि लोग मौजूद रहे।

पुलिस से हुई नोंक-झोंक

सराफा व्यापारियों की ओर से वित्तमंत्री अरुण जेटली का पुतला फूंकने के दौरान व्यापारियों व पुलिस के बीच नोंक-झोंक भी हुई। बावजूद इसके व्यापारी अपने मकसद में सफल हुए। इसके बाद व्यापारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर जबरदस्त प्रदर्शन किया। सराफा व्यापारियों ने अपने आंदोलन के क्रम में राप्ती पुल पर करीब दो घंटे तक हाइवे जाम रखा। लेकिन इसके बाद दो घंटे तक गोरखपुर-लखनऊ व गोरखपुर-वाराणसी हाइवे करीब चार घंटे तक पूरी तरह जाम रहा। इससे राहगीरों को भारी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा। इस बीच इन एनएच-28 व एनएच-29 पर हजारों की संख्या में गाडि़यों को रेला लगा रहा। पुलिस के काफी मश्क्कत के बाद देर शाम तक हाईवे पर पूरी तरह गाडि़यों का संचालन शुरु हुआ।