- एक गुट मार्केट खोलने तो दूसरा इसके विरोध में रहा

>BAREILLY:

एक्साइज ड्यूटी के विरोध में हड़ताल कर रहे सर्राफा व्यापारी ट्यूजडे को मीटिंग में दो फाड़ में बंटे नजर आए। मीटिंग में भाजपा समर्थित ज्वैलर्स वेडनसडे को दुकानें खोलने के पक्ष में है। उनका कहना है कि पीएम मोदी से बात करके दुकानें खोल दी जाएं। जबकि बाकी ज्वैलर्स का कहना है कि जब तक सरकार उनकी डिमांड पूरी नहीं करती, दुकानें नहीं खोली जाएंगी। हालांकि वेडनसडे को फिर व्यापारियों की मीटिंग होगी। मीटिंग में दुकान खोलने पर व्यापारी मंथन करेंगे।

दो गुट में बंटे व्यापारी

ट्यूजडे को सर्राफा व्यापारियों की मीटिंग आलमगिरीगंज में रंगीलाल मार्केट में हुई। मीटिंग में आलमगिरीगंज, बड़ा बाजार, सिविल लाइंस, कुतुबखाना सहित अन्य मार्केट में सर्राफा व्यापारी मौजूद रहे। मीटिंग में भाजपा से जुड़े करीब 20 परसेंट सर्राफा व्यापारियों का जोर मार्केट खोलने पर ही रहा। वहीं सर्राफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ट्यूजडे को संगठन के बड़े पदाधिकारियों से आगे की रणनीति के लिए संपर्क करना चाहा लेकिन संपर्क हो नहीं सका। जबकि बरेली सर्राफ मंडल के महामंत्री राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि पीएम मोदी से एक बार बात हो जाने के बाद वेडनसडे को शाम 4 बजे के बाद दुकानें खोल दी जाएंगी, लेकिन बाकी के 80 परसेंट व्यापारियों ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया है।

आज फिर हाेगी मीटिंग

ट्यूजडे को हुई मीटिंग में व्यापारियों के दो फाड़ में बंट जाने और दुकान खोलने या न खोलने पर सहमति न बन पाने पर वेडनसडे को फिर मीटिंग होगी। सुबह 11 बजे व्यापारी मीटिंग कर तय करेंगे कि ज्वैलरी शॉप खोली जाए या नहीं।