हर पल होता है उतार-चढ़ाव
आम तौर पर जब आप सोने-चांदी के गहने खरीदने मार्केट जाते होंगे, तो ज्वेलर्स आपसे उस दिन के रेट के हिसाब से पेमेंट चार्ज करते होंगे। मगर, आपको यहां बता दें कि सोने-चांदी का एक दिन का कोई फिक्स्ड रेट नहीं होता। हर मिनट भाव बदलते रहते हैं। हर रोज सुबह 10 बजे बाजार भाव खुलकर और शाम 6 बजे बंद हो जाते हैं। आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि पिछले कुछ दिनों में सुबह रेट खुलते तो ऊंचे दामों पर है। लेकिन बंदी कम दामों पर हो रही है।

नहीं बताते हैं कस्टमर्स को
पल-पल रंग बदलते सोने-चांदी के भाव के हिसाब से ही ज्वेलर्स को कस्टमर्स से पेमेंट चार्ज करना चाहिए। मगर, आम तौर पर ऐसा होता बिल्कुल भी नहीं है। कस्टमर्स से चार्ज वही रेट किये जाते हैं जोकि सुबह 10 बजे मार्केट खुलने के दौरान होते हैं। जाहिर है ऐसे में जेब कस्टमर की ही कटती है। कुछ एक ज्वेलर हैं जोकि बड़ी डील यानि 500 ग्राम से ज्यादा के सौदों पर कस्टमर से उस वक्त के हिसाब से पेमेंट चार्ज करते हैं। मगर, नॉर्मल केसेज में ऐसा किया नहीं जाता। यानि कस्टमर को पता नहीं चलता कि भले ही वो 22 कैरेट शुद्ध सोना खरीद रहा हो, लेकिन आपका जान-पहचान वाला ज्वेलर भी उस ‘खास वक्त’ आपको चूना लगाने से नहीं चूकता।

‘वायदा’ का असर
आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने जब रेट में उतार-चढ़ाव का खेल मालूम किया तो फ्लक्चुएशन की असली वजह पता चली। खुद सिटी के ज्वेलर्स व एसोसिएशन के पदाधिकारियों का मानना है कि वायदा कारोबार की वजह से रेट्स में सबसे ज्यादा वैरिएशन आता है। अखिल भारतीय स्वर्णकार विकास परिषद के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र जायसवाल के अनुसार हम ज्वैलर्स के हाथों में कुछ नहीं होता। रेट का सारा खेल वायदा कारोबारी संचालित करते हैं।


फिर क्यों नहीं करते अवेयर
आखिर जब एक ही दिन में कीमतों में उतार-चढ़ाव आता रहता है तो फिर ज्वैलर्स उसी हिसाब से कीमत क्यों नहीं चार्ज करते? आई नेक्स्ट रिपोर्टर के इस सवाल पर ज्यादातर ज्वेलर्स रिस्पॉन्स नहीं कर सके। उल्टा सबका तर्क यह था कि जब रेट्स बढ़ते हैं तब भी हम कस्टमर से सुबह वाले रेट्स ही लेते हैं। इसलिए जब रेट्स में कमी आती है तो फिर भला कीमतों में कमी क्यों करें?
----------

अभी और बढ़ेंगी कीमतें
इस वक्त गोल्ड इम्पोर्ट पर बैन की वजह से मार्केट में गोल्ड की जबर्दस्त कमी है। बावजूद इसके गोल्ड प्राइसेज में डेली इजाफा हो रहा है। ज्वैलर्स की मानें तो आने वाले दिनों में सोना 50,000 प्रति दस ग्राम और चांदी 1 लाख रूपए किलो बिकेगी। लिहाजा, निवेश के हिसाब से दोनों ही मेटल बेहद शानदार विकल्प हैं।
----------------------------------

गोल्ड-सिल्वर के रेट्स

28 अक्टूबर
     गोल्ड
टाइम      रेट
10 बजे    31,950
12 बजे    31,800
 3 बजे    31,500
6 बजे     31,750
------------
     सिल्वर  
टाइम   रेट
10     50,150
12     50,100
3       50,200
6       50,000
----------------------------
-----------------------------
         29 अक्टूबर
        गोल्ड
टाइम         रेट  
10 बजे        31,800
12 बजे        31,400
3  बजे        31,200
6  बजे        31,350
--------------
       सिल्वर
टाइम         रेट
10 बजे      49,500
12 बे        49,400
3 बजे        49,300
6 बजे        49,200
(नोट : सोने के भाव 22 कैरेट के हिसाब से। चांदी प्रति किग्रा)
---------------------------------------------

सोने-चांदी के भाव में हर पल उतार-चढ़ाव होता रहता है। यूं तो ज्वेलर को खुद ही समय के बदलाव के हिसाब से रेट चार्ज करने चाहिए। फिर भी अगर ज्वेलर ध्यान न दें तो कस्टमर खुद भी ज्वेलर से खरीददारी के वक्त चल रहे सोने-चांदी का भाव पूछकर उसी हिसाब से पेमेंट करना चाहिए, जिससे उसे नुकसान न हो.
- पुष्पेन्द्र जायसवाल, अध्यक्ष अखिल भारतीय स्वर्णकार विकास परिषद
-----------------------

देखिए, सोने-चांदी के होलसेल रेट्स डिमोंड-सप्लाई से कंट्रोल होते है। चूंकि एमसीएक्स के अंदर टैक्स जुड़ा नहीं होता है इसलिए रेट्स कम दिखते हैं। लेकिन रिटेल के अंदर हमारे पास दिन में एक रेट आ जाता है। 100-50 रूपए घट-बढ़ जाए तो उसमें बदलाव नहीं होता। नेशनल और इंटरनेशनल लेवल में ही गोल्ड के रेट्स में 5 लाख रूपए प्रति किलो का डिफरेंस है। ऐसे में रेट्स में वैरिएशन होता ही रहता है।

- महेश चन्द्र जैन, प्रेसीडेंट, यूपी सर्राफा एसोसिएशन
----------------------------------

Business News inextlive from Business News Desk