RANCHI: गोला, फिर बड़कागांव गोलीकांड के खिलाफ विपक्षी ने ख्ब् अक्टूबर को झारखंड बंद का आह्वान किया है। इसको लेकर रविवार की शाम रांची समेत विभिन्न जिलों में मशाल जुलूस निकाला गया। बंद को सफल बनाने की अपील की गई है। इस बंद में शामिल दलों ने बताया कि आवश्यक सेवाओं को छोड़ तमाम सेवाएं बाधित रहेंगी।

इन्होंने बुलाया बंद, इनका समर्थन

इस बंद को कांग्रेस, झाविमो, राजद, जदयू, सीपीआईए सीपीआईएम, माले आदि दलों ने आयोजित किया है, जबकि मुख्य विपक्षी पार्टी झामुमो ने बंद को समर्थन दिया है। इसके अतिरिक्त कई अन्य संगठनों ने भी समर्थन का दावा किया है।

शांतिपूर्ण रहेगा बंद, हिंसा की सरकार जिम्मेवार

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने झारखंड बंद को लेकर प्रेस वार्ता की। कहा भ्भ् दिनों में गोला, बड़कागांव व खूंटी गोलीकांड गंभीर मामला है। इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए। सरकार की बर्बरता के खिलाफ ख्ब् का बंद सफल होगा। बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा। यदि हिंसा होती है, तो सरकार जिम्मेवार होगी। सभी आवश्यक सेवाएं बंद से मुक्त रखी जाएंगी। मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष अनादि ब्रह्म, महासचिव लाल किशोरनाथ शाहदेव, सूर्यकांत शुक्ला, रमा खलखो, सुरेंद्र सिंह भी मौजूद थे।

सैनिक मार्केट से अल्बर्ट एक्का चौक तक मशाल जुलूस

रांची में बंद को लेकर रविवार की शाम मशाल जुलूस का नेतृत्व सुबोधकांत सहाय ने किया। मौके पर ट्रांसपोर्टर, व्यावसायिक संगठनों, शिक्षण संस्थानों से समर्थन की अपील की। इससे पहले दीपा मिंज के नेतृत्व में सैनिक मार्केट से अल्बर्ट एक्का चौक तक जुलूस निकाला गया। दीपा ने कहा कि अब सरकार बंदूक और गोली के दम पर आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार को दबाना चाहती है। तुपुदाना में झारखंड नवनिर्माण सेना ने मशाल जुलूस निकाला। जुलूस में पूर्व जिप अध्यक्ष सुंदरी तिर्की भी शामिल थीं।