RANCHI: ताशकंद चैंबर ऑफ कॉमर्स का एक दल जल्द ही झारखंड के दौरे पर आएगा। यहां की औद्योगिक परिस्थितियों का आकलन कर निवेश की संभावनाएं तलाशेगा। यह आश्वासन ताशकंद दौरे पर गए झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के ब्0 सदस्यीय दल को मिला है। झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पवन शर्मा के नेतृत्व में ताशकंद चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों की बुधवार को मीटिंग हुई। इसमें ताशकंद-उज्बेकिस्तान के सैकडों व्यापारी एवं उद्यमियों ने हिस्सा लिया। चैंबर के इस दौरे का उद्देश्य राज्य में औद्योगिक निवेश को बढावा देने के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित करना है। टीम में चैंबर अध्यक्ष पवन शर्मा के अलावा, उपाध्यक्ष कुणाल अजमानी, महासचिव विनय अग्रवाल, रंजीत गाड़ोदिया, नंदकिशोर अग्रवाल, किशोर मंत्री, दीनदयाल वर्णवाल, प्रवीण छाबड़ा, सोनी मेहता, रतन मोदी, साकेत मोदी, निरंजन शर्मा, दिनेश साहू, शंभू चूडि़वाला, अनिल अग्रवाल सहित अन्य सदस्य शामिल थे।

झारखंड की गिनाई खासियत

चैंबर सदस्यों ने ताशकंद के व्यापारियों को झारखण्ड के खनिजों के बारे में बताया। बताया गया कि झारखण्ड में क्रोमाइट, अभ्रक, लोहा, तांबा, चूना पत्थर, यूरेनियम, सिलिमेनाइट, सोना, मैंगनीज, चांदी, बॉक्साइट, कोयला सहित अन्य मिनरल्स हैं। राज्य में टाटा स्टील, जिंदल, उषा मार्टिन, टाटा मोटर्स, बोकारो इस्पात संयंत्र, एचईसी जैसे बडे इंडस्ट्री भी हैं। ताशकंद के उद्यमियों से झारखण्ड में निवेश को आमंत्रित किया। चैंबर प्रदेश में उद्योग लगाने को ईच्छुक आनेवाले उद्यमियों की अगुवाई करेगा और उन्हें राज्य सरकार के साथ बेहतर तालमेल से उद्योग लगाने में हरसंभव सहयोग करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि झारखण्ड कृषि प्रधान राज्य भी है, हमारा प्रदेश गेहूं, धान, दाल, तिलहन, गन्ना, मक्का का औद्योगिक बेल्ट है। इसके अलावा झारखण्ड का पर्यटन भी अर्थव्यवस्था का एक अमिट हिस्सा है। राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य, धार्मिक स्थल, खूबसूरत पठार, स्पार्कलिंग नदियां, मोटे तौर पर पर्यटकों को झारखण्ड में आने के लिए प्रेरित करती हैं।

एम्बेस्डर से भी मिले

झारखण्ड चैंबर का दल इण्डियन एम्बेसी (ताशकंद) से भी मिला और उन्हें झारखण्ड चैंबर की ओर से स्मृति चिन्ह भी दिया गया। ताशकंद के इण्डियन एम्बेसी विनोद कुमार एवं उनके पीएस पीके चावला ने झारखण्ड चैंबर के प्रतिनिधिमण्डल का भरपूर सहयोग किया। वहां की भौगोलिक परिस्थितियों से भी अवगत कराया।