RANCHI:सभी का सम्मान करना हमारी संस्कृति है। किसी को अपमानित करना कुसंस्कार है। भारत दुनिया में सबसे सभ्य माना जाता है। आज करमा पूजा है। इस पर्व का मतलब है कि प्रकृति की पूजा करो। प्रकृति में इंसान, पेड़, पौधे, हवा, जल, जंगल सभी आते हैं। ये बातें आरएसएस के केंद्रीय अधिकारी इंद्रेश कुमार ने झारखंड कल्चरल फेस्टिवल का उद्घाटन करते हुए कहीं। उन्होंने झारखंड के नक्सलवाद और पथलगड़ी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यहां भारत का कानून चलेगा। बंदूक से प्यार करने वाले लोग भारत में नहीं चलेंगे।

आपस में लड़ाइयां न हों

उन्होंने कहा कि संस्कृति खुद से प्यार करना सिखाती है। आपस मे लड़ाइयां न हों। हर जाति, हर धर्म का सम्मान करना चाहिए। इसी संदेश के साथ नए भारत का निर्माण होगा। संस्कृति से भारत एक होगा। उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति को बचाए रखना है। कुटीर उद्योग को बढ़ावा देना चाहिए। नशे से बचने की जरूरत है। मौके पर सेवेंथ डे एडवेंचर कॉलेज एन्ड हॉस्पिटैलिटी की तरफ से केरला रिलीफ फंड के लिए एक लाख 14 हजार का चेक दिया। कार्यकम का आयोजन भोला इंस्टिट्यूशनल ट्रस्ट और शान फाउंडेशन की तरफ से किया गया। ट्रस्ट के सेक्रेटरी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि यह कार्यक्रम भारत की संस्कृति को एक मंच पर लाने की कोशिश है। मौके पर मेयर आशा लकड़ा, नेशनल कमिशन फॉर माइनॉरिटी के वाईस चेयरपर्सन जॉर्ज कुरियन, डीजीपी केरल, जैकब थॉमस, आरएसएस के प्रांत प्रचारक रवि शंकर, झारखंड माइनोरिटी कमिटी के पूर्व अध्यक्ष, शाहिद अख्तर आदि मौजूद थे।