RANCHI: फिल्म तकनीकी सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ डैंग (अनुपम खेर) को चेयरपर्सन के पद से हटाने के लिए स्थानीय कलाकारों और आर्टिस्ट एसोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया है। ऑल झारखंड आर्टिस्ट एसोसिएशन के बैनर तले स्थानीय कलाकारों का हुजूम सड़क पर उतरने की तैयारी कर रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में बुधवार को छपी खबर के बाद स्थानीय कलाकारों और एसोसिएशन में खासा उबाल है। आर्टिस्ट एसोसिएशन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बुधवार की शाम एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें राजधानी के कई कलाकार शामिल हुए। सबने एकमत होकर अनुपम खेर को फिल्म एडवाइजरी कमिटी से हटाने की मांग की। साथ ही इस संबंध में जल्द ही सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने की बात कही। एसोसिएशन का कहना है कि इस पद पर कोई स्थानीय व्यक्ति होना चाहिए, जो फिल्मों के साथ-साथ झारखंड की संस्कृति और यहां के कलाकारों एवं अन्य फिल्म सहयोगी संस्थाओं का भी जानकार हो।

क्या कहते हैं समिति व एसोसिएशन के मेंबर्स

जिसमें योग्यता हो वही इस पद पर रहे। यदि वह स्थानीय हो तो और भी बेहतर है, लेकिन केवल चेयरपर्सन पर ठीकरा फोड़ने से कुछ हासिल नहीं होगा। सच्चाई यह है कि 6 माह हो गए और काफी फाइलें जमा भी हैं, लेकिन बैठक हो ही नहीं पा रही। कोई काम धरातल पर नहीं उतर रहा।

महेश मांझी, मेंबर, फिल्म समिति

अनुपम खेर के नाम से झारखंड फिल्म पालिसी फेमस तो जरूर हुई है, लेकिन उनकी लगातार मौजूदगी काफी मुश्किल दिखाई दे रही है। इसलिए स्थानीय चेयरपर्सन हो तो और भी बेहतर है। फिल्म कमिटी के मेंबर्स भी काफी उदासीन हैं। फिल्मों की स्क्रीनिंग के लिए भी कोई नहीं आता।

रमेश हांसदा, मेंबर, फिल्म समिति

अनुपम खेर को तत्काल प्रभाव से फिल्म समिती से हटाया जाना चाहिए। उनका न तो कोई योगदान झारखंड के कलाकारों के लिए है न ही यहां की फिल्म जगत के लिए। उन्हें ससम्मान त्यागपत्र देकर अतिथि या सलाहकार का पद दिया जाना चाहिए।

प्रणव कुमार बब्बू, संरक्षक, ऑल झारखंड आर्टिस्ट एसोसिएशन

फिल्म एडवाइजरी समिति कोई काम नहीं कर रही, केवल सब्सिडी का खेल चल रहा है। न तो किसी सदस्य को यहां के लोकल कलाकारों से कोई लगाव है न ही उन्हें किसी प्रकार का लाभ ही पहुंचाना चाहते हैं। अध्यक्ष के पद पर बाहर से लाकर अनुपम खेर को बिठा दिया है, जो सरासर गलत है। उन्हें तुरंत हटाया जाना चाहिए

राजेश कुमार, सचिव, ऑल झारखंड आर्टिस्ट एसोसिएशन