RANCHI : झारखंड में अब हर साल जनजातीय महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव के माध्यम से राज्य की आदिवासी कला संस्कृति से देश-दुनिया को रू-ब-रु कराया जाएगा। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को धुर्वा में कार्तिक उरांव जयंती समारोह सह जतरा के मौके पर कही। उन्होंने कहा कि जात-पात, वर्ग, समुदाय से उपर उठकर एक स्वावलंबी व समृद्ध राज्य बनाएंगे। इस राज्य के लिए यह अच्छा संकेत है कि आदिवासी अब विकास के भागीदार बन रहे हैं। अब स राज्य में न लूटखंड चलेगा और न ही झूठखंड, सिर्फ विकास की ही बातें होंगी।

कलाकारों ने बांधा समां

इस मौके पर सुखराम पाहन ने अपनी टीम के साथ मुण्डारी नृत्य की प्रस्तुति की तथा लोहरदगा के इटाबरही के बच्चों ने भी लोकनृत्य एवं गीत प्रस्तुत किये। मुख्यमंत्री ने इन बच्चों की टीम के लिए पुरस्कार स्वरूप एक लाख रूपये देने की घोषणा की। इस मौके पर अण्डमान-निकोबार से आये कैलाश उरांव एवं आदिवासी बच्चों के लिये नि:शुल्क कोचिंग चलाने वाले लक्ष्मण उरांव को उन्होंने सम्मानित किया गया। समारोह विधायक शिवशंकर उरांव, राम कुमार पाहन, पूर्व विधायक समीर उरांव, झारखण्ड आंदोलनकारी चयन आयोग के सुनील फकीरा कश्यप, केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फुलचंद तिर्की समेत कई लोग मौजूद थे।

जमीन हड़पने पर लगाई रोक

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने एसएआर कोर्ट के माध्यम से जमीन हड़पने पर पाबंदी लगाने का काम किया है। स्थानीय नीति के परिभाषित होने से नौकरियों के नए रास्ते खुल रहे हैं। हमारी सरकार ने अधिसूचित क्षेत्रों में होने वाली नौकरियों में स्थानीयों को प्राथमिकता देने का फैसला किया है। इतना ही नहीं, सीएनटी व एसपीटी में संशोधन से रैयतों को फायदा होगा।

30 लाख घरों में पहुंचेगी बिजली

राज्य के के 68 लाख घरों में से बचे 30 लाख घरों में बिजली के लिये 257 सबस्टेशन बनाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों में बिजली होने से विकास का नया रास्ता खुलेगा। आदिवासी समाज शिक्षित होगा, जिसका फायदा पूरे राज्य को होगा।

गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए फंड

सीएम ने कहा कि सरकार राज्य में गरीबी को जड़ से मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है। मैंने गरीबी देखी है। इसलिए राज्य का एक नंबर मजदूर बनकर यहां की गरीबी को समाप्त करूंगा। सरकार उच्च शिक्षा यथा आईआईटी, आईआईएम इत्यादि में शिक्षा ग्रहण करने वाले गरीब बच्चों को आर्थिक मदद देने के लिये एक कोष बनायेगी।

बाहर काम कर रही बच्चियां वापस आएंगी

रोजगार के लिए पलायन करने वाली बच्चियों को वापस लाया जाएगा। इसके लिए दूसरे राज्यों के समाचार पत्रों में विज्ञापन दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि गरीबी के कारण जो बच्चे-बच्चियां पलायन कर गये, उनके लिये सरकार राज्य में ही रोजगार देने की व्यवस्था कर रही है।