- डीआईजी ने पांचों डिस्ट्रिक्ट्स के एसपी को दिए दिशा-निर्देश

RANCHI : कमिंग लोकसभा इलेक्शंस से पहले झारखंड पुलिस नक्सलियों के इन्फॉर्मेशन नेटवर्क को तोड़ेगी। साउथ छोटानागपुर कमिश्नरी के डीआईजी प्रवीण सिंह ने सभी एसपी को नक्सलियों के इन्फॅर्मेशन नेटवर्क को तोड़ने का निर्देश जारी किया है। झारखंड पुलिस नक्सलियों को पुलिस फोर्स की एक्टिविटीज की इन्फॉर्मेशन देनेवालों को पहले चेतावनी व उनके खिलाफ धारा क्07 की कार्रवाई करने की बात कही है। अगर वे बात नहीं मानेंगे, तो उनके खिलाफ क्7 सीएलए एक्ट भी लगाया जाएगा।

मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर्स पर भी है नजर

डीआईजी प्रवीण सिंह ने सभी रेंज के मोबाइल नेटवर्क प्रोवाइडर्स के ऑफिशियल्स की मीटिंग बुलाने की बात कही है। डीआईजी ने बताया है कि उन्हें इन्फॉर्मेशन मिली है कि मोबाइल कंपनीज बिना वेरिफिकेशन के ही सिम का‌र्ड्स बेच रही हैं, जिससे वो सिम का‌र्ड्स आसानी से नक्सलियों और क्रिमिनल्स तक पहुंच रहे हैं। इसकी लिस्ट तैयार की जा रही है। पकड़े जाने पर उनके खिलाफ लीगल एक्शन लिया जाएगा।

सेंसिटिव बूथ्स की रिवाइज्ड लिस्ट बनाने का निर्देश

डीआईजी प्रवीण सिंह ने कहा कि सभी एसपी ने अपने-अपने डिस्ट्रिक्ट्स के सेंसिटिव बूथ्स की लिस्ट दी है, लेकिन उन बूथ्स की लिस्ट नए सिरे से बनाने को कहा गया है। सभी एसपी अपने डिस्ट्रिक्ट्स में पुलिस इंस्पेक्टर व डीएसपी लेवल के ऑफिसर्स से सभी बूथ्स की फिजिकल मैपिंग कराएंगे, जिसमें आने-जाने से लेकर सिक्योरिटी सिस्टम को मजबूत करने और कितनी फोर्स की रिक्वायरमेंट होगी, उसपर भी विचार करेंगे। पीएलएफआई व माओवादियों की एक्टिविटीज पर भी नजर रख्ाी जाएगी।

सीसीए लगाया जाएगा िक्रमिनल्स पर

डीआईजी प्रवीण सिंह ने अपनी रेंज के सभी पांचों एसपी को ऑर्डर दिया है कि वे पिछले तीन सालों के अंदर कौन-कौन से क्रिमिनल्स व नक्सली जेल से बाहर निकले हैं, किन वजहों से निकले हैं, इसकी रिपोर्ट तैयार करें। किन-किन क्रिमिनल्स पर सीसीए लगना था और क्यों नहीं लगा, इसके लिए भी डीसी से बात की जाएगी।

रांची रेंज के ऑफिसर्स के साथ हुई मीटिंग

कमिंग लोकसभा इलेक्शंस के दौरान लॉ एंड ऑर्डर और सिक्योरिटी के मुद्दे पर वेडनसडे को डीआईजी प्रवीण सिंह ने रांची रेंज के सभी पांचों डिस्ट्रिक्ट्स के एसपी के साथ मीटिंग की। इसमें नक्सलियों के नेटवर्क पर नजर रखने से लेकर इलेक्शन के दौरान सिक्योरिटी अरेंजमेंट्स को स्ट्रेंथेन करने के सभी उपाय पर खास विचार किया गया। मीटिंग में रांची, खूंटी, गुमला, लोहरदगा और सिमडेगा के एसपी, रांची के रूरल एसपी समेत कई ऑफिसर्स शामिल थे।