RANCHI(8 छ्वह्वठ्ठद्ग) : झारखंड के मोस्ट वांटेड 17 नक्सलियों की संपत्ति कुर्क की जाएगी। इनमें वे नक्सली शामिल हैं जो फरार चल रहे हैं या जिनकी गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा लिस्ट में सरेंडर करने वाले नक्सलियों के भी नाम हैं। पांच लाख के ईनामी नक्सली नुनूचंद के गिरिडीह स्थित भेलवाडीह स्थित मकान में कुर्की-जब्ती कर झारखंड पुलिस ने इस अभियान की शुरूआत कर दी है। अब उन नक्सलियों की लिस्ट भी बनाई जा रही है, जिन्होंने सरेंडर नहीं किया है। अगर वे मुख्य धारा में नहीं लौटते हैं तो उनकी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी। पुलिस मुख्यालय की ओर से इस बाबत सभी रेंज के डीआईजी और जिलों के एसपी को स्पेशल टास्क सौंपे गए हैं।

ईडी भी करेगी सहयोग

अब फरार चल रहे टॉप नक्सलियों की अवैध कमाई से खड़ी की गई संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई करने जा रही है। इस ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों के अनुसार 25 यूएपीए (अन लॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट) के तहत राज्य सरकार को संपत्ति जब्त करने की शक्ति है, वहीं प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत संपत्ति जब्त करने का अधिकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को है। दोनों ही कानून के तहत नक्सलियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।

शेयर व रियल इस्टेट में लगा है पैसा

पुलिस हेडक्वार्टर को यह भी जानकारी मिली है कि कई बड़े नक्सलियों ने रियल इस्टेट व शेयर में रुपए निवेश किए हैं। लेवी में वसूले गए इन रूपयों से वे कारोबार कर रहे हैं। ऐसे नक्सलियों की पहचान और उन्होंने कहां-कहां निवेश किया है, इस बाबत तहकीकात की जा रही है। इसके बाद उनके खिलाफ भी कुर्की समेत अन्य कार्रवाई की जाएगी।

टीपीसी सुप्रीमो की संपत्ति हो चुकी है अटैच

पुलिस ने इस प्रक्रिया के तहत 10 लाख रूपए के ईनामी टीपीसी सुप्रीमो अमर सिंह भोक्ता की संपत्ति को जब्त किया है। अमर भोक्ता ने अपने भाई राजेश भोक्ता एवं उनकी पत्‍‌नी तथा उनका साला ओमनाथ भोक्ता उर्फ सोमर सिंह भोक्ता के नाम से संपत्ति अर्जित की थी। हजारीबाग का मकान टीपीसी सुप्रीमो अमर सिंह भोक्ता उर्फ कोहराम की मां कुन्ती देवी के नाम पर है।

2017 तक नक्सल मुक्त होगा झारखंड

डीजीपी डीके पांडेय ने कहा है कि इस साल के अंत तक झारखंड को नक्सल और अपराध मुक्त राज्य बनाना है। जो नक्सली हथियार नहीं डालेंगे, उन्हें या तो मार गिराया जाएगा अथवा उनके संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी। इसे लेकर सभी डीआईजी और जिलों के एसपी को नक्सलियों को नक्सलियों की लिस्ट तैयार करने को कहा गया है, जिनके खिलाफ कार्रवाई की जानी है। डीजीपी ने कहा कि नक्सल क्षेत्रों के लिए फोकस एरिया प्लान तैयार किया गया है। ताकि वहां विकास को गति दी जा सके।

इन नक्सलियों की संपत्ति होगी कुर्क

प्रवेश दा उर्फ अनुज दा उर्फ अमलेश दा (भाकपा माओवादी)

-अरविंद कुमार सिंह (माओवादी के सेंट्रल कमेटी के सदस्य)

एरिया कमांडर नकुल यादव ( गिरफ्तार )

कुणाल यादव ( कर चुका है सरेंडर)

दिनेश गोप (पीएलएफआई सुप्रीमो)

जीतन गुडि़या

मदन यादव

एरिया कमांडर कुंदन पाहन (कर चुकी है सरेंडर)

कृष्णा अहीर उर्फ प्रसाद जी

कमांडर हरिमोहन उर्फ लुल्हा

सुधाकरण रेडडी

श्याम पाहन ( हो चुका है गिरफ्तार)

नक्सली दीनबंधु(गिरफ्तार)

चनेश्वर यादव उर्फ नगीना(गिरफ्तार)

टीपीसी कमांडर ब्रजेश गंझ (कमांडर, टीपीसी)

नीरज गंझू

भीखन गंझू

इन नक्सलियों की है अकूत संपत्ति

भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर नकुल यादव की पत्‍‌नी व भाई के नाम से खरीदी गई संपत्ति का ब्यौरा तैयार किया जा रहा है। सूचना के अनुसार इसमें चतरा के कुंदा व प्रतापपुर की 27 एकड़ व मैकलुस्कीगंज की 10 डिसमिल जमीन, मैकलुस्कीगंज में भाई रोहित यादव के नाम पर बनवाया गया एक करोड़ का मकान, पत्‍‌नी के नाम बैंक में जमा 10 लाख रुपए, भाई के बैंक खाते में जमा 61 लाख रुपए और पांच जेसीबी शामिल हैं। लोहरदगा पुलिस ने इन्हें जब्त करने की अनुशंसा पुलिस मुख्यालय से की है। पुलिस मुख्यालय इसे प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी को भेजेगा।