रांची: झारखंड में अचानक वाहनों के चोरी होने की घटना में इजाफा हुआ है। रांची पुलिस ने वाहन चोरी के ऐसे कई मामलों का खुलासा कर चौंकाने वाला सच सामने लाया है। दरअसल, झारखंड से चोरी किए गए इन चार पहिया वाहनों से शराब की तस्करी कर उसे बिहार में सप्लाई किया जाता था। रांची पुलिस ने शराब तस्करी करने के लिए वाहनों की चोरी करने वाले गिरोह के सरगना सहित छह लोगों को रांची से गिरफ्तार किया है। इनसे हुई पूछताछ में ये खुलासा हुआ है। पुलिस ने इनके पास से चार बोलेरो वाहन जब्त किये हैं। पकड़े गए आरोपियों में सरगना सोनू साव, अरुण कुमार राम, सुखदेव दांगी, विनय कुमार यादव, प्रकाश साव और राम आशीष कुमार दांगी शामिल हैं।

सरगना पर दो दर्जन केस

गिरोह के सरगना सोनू साव का आपराधिक इतिहास रहा है। रांची और हजारीबाग के अलग-अलग थानों में इसके खिलाफ कुल 10 मामले दर्ज होने का पता चला है लेकिन माना जा रहा है कि इसपर राज्य के अलग अलग जिलों में दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। गिरफ्तारअन्य आरोपियों का भी अपराधिक इतिहास पाया गया है जिसका सत्यापन किया जा रहा है।

किया गया था एसआईटी का गठन

पिछले एक वर्ष से रांची के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में चार पहिया वाहनों की लगातार हो रही चोरी पर रोकथाम व इस दौरान वाहन चोरी की हुई घटनाओं के खुलासे के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता ने सिटी एसपी सुजाता वीणापानी के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया था। जिसके बाद एसआइटी टीम ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उसके सदस्यों को पकड़ा और चार पहिया वाहन चोरी के लगभग डेढ़ दर्जन घटनाओं का खुलासा किया।

गुप्त सूचना पर मिली सफलता

22 जून को रांची पुलिस को सूचना मिली थी कि वाहन चोर गिरोह का सरगना सोनू साव अपने दो साथियों के साथ चोरी का बोलेरो लेकर रांची आ रहा है तथा चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाला है। इस पर बीआईटी थाना क्षेत्र के पारचट्टू रिंग रोड पर चेकिंग की गई। इस दौरान सोनू साव को चोरी के बोलेरो जिस पर फर्जी नंबर लगा हुआ था, के साथ गिरफ्तार किया गया। इस दौरान दो सहयोगी अरुण राम और चतुर साव भाग गये।

चार सदस्य चौपारण से अरेस्ट

गिरफ्तार सोनू साव ने पूछताछ में रांची पुलिस को बताया कि उसके तीन-चार सहयोगी चौपारण में चोरी के बोलेरो के साथ उसका इंतजार कर रहे हैं। इस पर पुलिस टीम चौपारण पहुंच कर गुरदासपुर पंजाबी ढाबा के पास से बोलेरो के साथ इस गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ा। इस बीच एक अन्य सदस्य अरुण के बीआईटी थाना क्षेत्र में होने की सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे धर दबोचा।

समारोह से उड़ाए कई वाहन

गिरफ्तार गिरोह के सदस्य शादी समारोह और हॉस्पिटल के बाहर लगे वाहनों की चोरी करते थे। इसके बाद इन वाहनों का उपयोग शराब तस्करी में करते थे। गिरोह के सदस्य हजारीबाग के चौपारण से शराब लोड कर बिहार में सप्लाई करते थे।