झूंसी और नैनी के सर्किल रेट सबसे ज्यादा बढ़े
शहर के कई इलाकों में महंगी होंगी जमीनें
कछार की जमीनों से भी अधिक राजस्व कमाएगा इलाहाबाद जिला प्रशासन
ALLAHABAD: जमीन खरीदने प्लान बना रहे हैं तो फटाफट खरीद लीजिए। वजह, जिला प्रशासन एक बार फिर जमीनों के दाम में भारी इजाफा करने जा रहा है। प्रशासन द्वारा जारी सर्किल रेट में शहर के तमाम इलाकों की जमीनों के दाम दस से पंद्रह फीसदी तक बढ़ाए गए हैं। इसमें झूंसी और नैनी एरिया में सर्वाधिक बढ़ोतरी की गई है। कछार एरिया से भी प्रशासन अधिक से अधिक राजस्व जुटाने की जुगत में है, इसलिए यहां भी सर्किल रेट को बढ़ा दिया गया है।
आसान नहीं होगा यहां बसना
शहर के भीतर तो अब जमीनें बची नहीं हैं। यही कारण है कि लोग अब नैनी और झूंसी में बसने लगे हैं। इन एरियाज में सबसे ज्यादा प्लाटिंग होने के साथ कई आवासीय योजनाएं भी प्रस्तावित हैं। इसको देखते हुए प्रशासन ने प्रस्तावित सूची में सबसे ज्यादा इन इलाकों का सर्किल रेट तीस फीसदी तक बढ़ाया है।
कछार में भी नजर
पिछले साल बढ़ाए गए सर्किल रेट में शहर के कछारी इलाकों के जमीनों के दाम महज सात से आठ फीसदी ही बढ़ाए गए थे। इसका विरोध भी किया गया था। गौरतलब है कि कछार में हाईकोर्ट द्वारा नदियों से पांच सौ मीटर दूरी तक मकान बनवाने पर रोक लगी हुई है। इसको देखते हुए सर्किल रेट अधिक बढ़ाने की मांग की गई थी। इस साल प्रशासन ने अपनी यह भूल सुधार ली है। यहां का सर्किल रेट 18 से 20 फीसदी तक बढ़ाया गया है। ऐसे में यहां जमीन या मकान की बिक्री पर अधिक राजस्व प्राप्त होगा।
अपार्टमेंट भी होंगे महंगे
इसके अलावा अपार्टमेंट भी महंगा किया जा रहा है। इसके रेट में प्रति वर्गमीटर एक हजार रुपए तक वृद्धि प्रस्तावित है। अगर आप सौ वर्ग मीटर के मकान या जमीन की रजिस्ट्री कराते हैं तो 70 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक अधिक देना होगा।
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आपत्ति है तो दर्ज कराएं
प्रस्तावित सूची जारी की गई है। अगर आपको आपत्ति है तो दर्ज करा सकते हैं। 23 सितंबर तक एडीएम वित्त, राजस्व कार्यालय, सहायक महानिरीक्षक निबंधन, एसडीएम और उप निबंधक के यहां अपनी आपत्ति को दर्ज कराएं। इसके अलावा 27 सितंबर को दिन में दो से चार बजे तक एडीएम वित्त, सहायक महानिरीक्षक निबंधन कार्यालय में उपस्थित होकर अपनी बात रख सकते हैं।
इन इलाकों में ऐसे बढ़े जमीनों के दाम
एरिया वर्तमान सर्किल रेट प्रस्तावित सर्किल रेट (रुपए प्रति वर्गमीटर)
कोठापार्चा 17300 19030
कर्नलगंज 18900 20790
कटरा 18900 20790
चांदपुर सलोरी 10500 11550
चर्चलेन 28900 31790
चौक 21600 23760
जार्जटाउन 28900 31790
टैगोरटाउन 28900 31790
ढरहरिया 11600 12760
तेलियरगंज 13100 14410
टीबी सप्रू मार्ग 28900 31790
ताशकंद मार्ग 28900 31790
नेवादा 8900 9790
नवाबयुसुफ रोड 35200 38720
लोकनाथ 21500 23650
शिवकुटी 11500 11550
एएन झा मार्ग 28900 31790
अशोक नगर 28900 31790
अलोपीबाग 13100 14410
अल्लापुर 11600 12760
ओमगायत्री नगर 11600 12760
अबूबकरपुर 6500 7150
एलनगंज 16300 17930
एल्गिनगंज 35200 38700
ईदगाह 14200 15620
उमरपुर नीवा 6500 7150
ऊंचा मंडी 21600 23760
कछार मऊ 2900 3190
कछार सराय भीखी 2900 3190
कृष्ण नगर 14200 15620
क्लाइव रोड 28900 31790
कूपर रोड 28900 31790
वर्जन
प्रैक्टिकल तरीके से सर्किल रेट बढ़ाया गया है। फिर भी जिसको आपत्ति है दर्ज करा सकते हैं। सर्किल रेट बढ़ाने से पहले इलाकों में बैनामे की स्टडी करते हैं। अन डेवलप्ड क्षेत्र अब डेवलप हो गए हैं। इसको भी ध्यान रखते हैं। एरिया का लिंक भी देखते हैं। आबादी को भी देखते हुए निर्णय लिया जाता है। पिछले सालों की सर्किल रेट की वृद्धि को भी देखते हैं।
-ेआरएस गुप्ता, एडीएम वित्त एवं राजस्व