-समाज कल्याण के लिए जिला जेल में 300 से अधिक बंदियों ने रखा है नौ दिन का व्रत

-जेल प्रशासन उपलब्ध करा रहा है पूजन सामाग्री व फलाहार

-स्वच्छता का रखा जा रहा है खास ख्याल

VARANASI

अपराध से वास्ता रखने वाले समाज का कल्याण चाहते हैं यह सुनकर चौंकना लाजमी है लेकिन है बिल्कुल सच। बनारस जिला जेल में विभिन्न अपराधों बंद बंदी नवरात्र में नौ दिन का व्रत रख रहे हैं। बंदियों की आस्था को ध्यान में रखते हुए जेल प्रशासन ने भी पूरी व्यवस्था की है। उन्हें पूजन सामग्री के साथ ही मिट्टी का कलश भी उपलब्ध कराया है। बंदियों के पूजा-पाठ में कोई खलल न डाले इस बात पर भी जेल प्रशासन विशेष ध्यान दे रहा है।

300 से अधिक हैं व्रती

जिला जेल में मौजूदा समय में 1840 बंदी है। इनमें से 300 बंदियों ने नौ दिन का व्रत रखा है। जबकि 600 से अधिक बंदी पहली और आखिरी दिन का व्रत रख रहे हैं। कुल 75 महिला बंदियों में से 65 नौ दिन का व्रत रखकर देवी की उपासना कर रही हैं।

मिल रहा फलाहार

नवरात्र का व्रत रखने वाले बंदियों को जेल प्रशासन की ओर से फलाहार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्हें नियमित रूप से पांच सौ ग्राम उबले हुए आलू के साथ ही दो केला, आधा लीटर दूध, अन्य फलाहार भी उपलब्ध कराया जा रहा। व्रत को देखते हुए स्वच्छता और शुद्धता का भी खास ख्याल अफसर रख रहते हैं। कारागार में जिन बंदियों ने नवरात्र का व्रत रखा है उन्हें किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो इसलिए जेलर पीके त्रिवेदी खुद मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं।

बंदियों के आस्था का सम्मान किया जाता है। नवरात्र में कई ने नौ दिन का व्रत रखा है तो कई पहले और आखिरी दिन का व्रत रखे हुए हैं। बंदियों को पूजन सामाग्री के साथ ही फलाहार की व्यवस्थाएं की गई हैं।

पीके त्रिवेदी, जेलर

जिला जेल, चौकाघाट

एक नजर

1840

बंदी है जिला जेल में

600

बंदियों ने रखा है पहले व आखिरी दिन व्रत

300

बंदियों ने रखा है नौ दिन का व्रत

75

महिला बंदी है जिला जेल में

65

महिला बंदी ने रखा है नौ दिन का व्रत