BAREILLY :

आरयू में थर्सडे को ऑर्गनाइज मेगा जॉब फेयर बेरोजगारी का बड़ा सच सामने आया, जब नौकरी पाने की कतार में बीए और एमए के बाद एमबीए पास सबसे ज्यादा नजर आए। तीसरे नंबर पर आईआईटी डिप्लोमा होल्डर रहे। सुबह नौ बजे शुरू हुए जॉब फेयर में 22,500 बेरोजगार युवक शामिल हुए। जॉब श्रम एवं रोजगार मंत्रालय नेशनल कॅरियर सेवा के अंर्तगत रीजनल इंप्लॉयमेंट आफिस के सहयोग से आयोजित किया गया।

 

डिग्री देखते ही कर देते हैं रिजेक्ट

डिग्री लेने के चार-चार साल बाद भी नौकरी न मिलने के चलते जॉब फेयर में पहुंचे युवकों ने बड़ी पीड़ा सुनाई, जिसमें बताया कि जब वह कहीं इंटरव्यू देने के लिए जाते हैं, तो कॉलेज का नाम सुनकर ही कंपनी अधिकारी उन्हें रिजेक्ट कर देते हैं। बेरोजगार युवकों की यह पीड़ा, उस सच को बयां करती है कि कुकुरमुत्ते की तरह उगे प्राइवेट कॉलेजेज में पढ़ाई का लेवल बेहद सतही है, जिसके चलते उनके कॉलेज में पढ़े स्टूडेंट्स को कंपनियां अपने काम लायक नहीं समझती हैं। लिहाजा, हर साल हजारों की संख्या में पासआउट हो रहे युवकों के पास डिग्री तो है, लेकिन उससे वह नौकरी नहीं पा सकते हैं।

 

आईटीआई पास को भी नहीं मिल रही ठौर

आईटीआई पास बेरोजगार भी बड़ी उॅम्मीद के साथ जॉब फेयर में शामिल होने आए थे। वह इस बात को लेकर आशान्वित हैं कि सरकार द्वारा आयोजित जॉब फेयर में शायद उनकी डिग्री को भी कन्सीडर कर लिया जाए। गली-मुहल्लों में और एक कमरों में चल रहे आईटीआई कॉलेजेज से पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को डिग्री तो मिल गई, लेकिन वह नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। बड़ी कंपनिया तो दूर छोटी कंपनियां भी उन्हें अपने यहां जॉब देने के लिए तैयार नहीं हैं.

 

इंटरव्यू नहीं दे सके दिव्यांग

जॉब फेयर में बड़ी संक्या में दिव्यांग बेरोजगार 5ाी पहुंचे थे। हालांकि, उन्हें नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। क्योंकि दिव्यांगों के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने अलग से कोई भी काउंटर नहीं लगाया था, जिसके चलते दिव्यांगों को घंटों लंबी लाइन में रजिस्ट्रेशन के लिए इंतजार करना पड़ा। फिर इतनी ही मशक्कत उन्हें काउंसलिंग कराने में करनी पड़ी। जब वह इंटरव्यू देने के लिए पहुंचे तो पता चला कि उनका इंटरव्यू नहीं लिया जाएगा। क्योंकि वह ओवर एज हो चुके हैं। इस तरह कई दिव्यांग रजिस्ट्रेशन, काउंसलिंग के बाद भी जॉब नहीं पा सके और वह मायूस होकर वापस लौट गए.

 

46 में 9 कंपनियां पहुंचीं

मेगा जॉब फेयर में 46 कंपनियों ने आने के लिए अप्लाई किया था। लेकिन किसी कारण 9 कंपनिया इंटरव्यू के लिए एमजेपी आरयू में नहीं पहुंच सकी, लेकिन बोर्ड में लिखे 46 कंपनियों नाम ने कई युवक और युवतियों को परेशान किया। कई युवाओं ने जॉब फार्म में उसी कंपनी के नाम अप्लाई किया जो कंपनी मेले में पहुंची ही नहीं थी। कई युवा इससे परेशान भी हुए।

 

मॉडल कॅरियर काउंलिसंग सेंटर का इनॉग्रेशन

जॉब फेयर के दौरान एमजेपी आरयू के कैंपस में ही एक मॉडल कैरियर सेंटर का इनॉग्रेशन श्रम एवं रोजगार मंत्रालय सचिव एम सथ्यावती और संतोष गंगवार ने फीता काटकर किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बेरोजगारों की बढ़ी संख्या गंभीर मामला है। बरेली आज एजुकेशन में हब बन चुका है, लेकिन इसके बाद भी हमारे युवाओं में स्किल्ड हैंड की कमी है, जिसे सुधारने के लिए ही यूनिवर्सिटी में कॅरियर काउंसलिंग सेंटर खोला गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के रोजगार मेले आगे भी आयोजित किए जाएंगे। जिससे बेरोजगारों की सं2या में कमी लाई जा सके.

 

ये लोग भी रहे मौजूद

मेगा जॉब फेयर का इनॉगे्रशन केन्दीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने किया। मेले में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की सचिव एम सथ्यावती, शहर विधायक डॉ। अरूण कुमार, फरीदपुर विधायक प्रो। श्याम बिहारी लाल, प्रो। अनिल शुक्ला वाइस चांसलर, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कैरियर सर्विस से लता गौतम और, डिप्टी डायरेक्टर जनरल इंप्लॉमेंट के मित्रसेन, रीजनल इंप्लॉयमेंट के निदेशक शिवराम शर्मा, अनूप दुवे, उपश्रमायुक्त रोशन लाल सहित अन्य अफसर भी मौजूद रहे।

 

 

मेले में पहुंची ये कंपनियां

-आईक्या हयूमन कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड

-साइन एचआर मैनेजमेंट

-जेवीएम आटो प्रा। लि।

-एडिको इंडिया लिमिटेड

-जीएस-4 कंसल्टेंसी

-एमबीटी कृषि मार्ट

-टेट्रा एजुकेशन

-एलएच शुगर लिमिटेड पीलीभीत

-ईजी नॉकरी

-ईनो डॉट

-एकेसी हुंडई

-एसआईएस सिक्योरिटी