- सैय्यद नातिक हक के खिलाफ सहारनपुर के युवक ने दर्ज कराया केस

- दो महीने पहले ठगी के मामले में गिरफ्तार हुआ था आरोपी

- इससे पहले भी हजरतगंज थाने में दर्ज है ठगी के कई मामले

LUCKNOW : हजरतगंज निवासी सैय्यद नातिक हक पर ठगी के मामलों को लेकर एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। कभी नौकरी के नाम पर तो कभी सरकारी ठेका दिलाने के नाम पर प्रदेश के कई लोगों से लाखों की ठगी की। ठगी से संबंधित एक मामला शुक्रवार को भी सामने आया। सहारनपुर के एक युवक ने उसके खिलाफ सरकारी नौकरी और टेंडर दिलाने केनाम पर रुपये ऐंठने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। जालसाज ने उससे 80 लाख रुपए ठगे। पीडि़त नौकरी न मिलने पर अपने पैसे मांगने लगा तो आरोपी ने चेक थमा दिया जो बाउंस हो गया। दोबारा पैसे मांगने पर जालसाज ने जान से मारने की धमकी दी। इस पर पीडि़त ने हजरतगंज कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई।

मंडी परिषद में नौकरी का दिया था झांसा

सीओ अभय मिश्रा ने बताया कि आसिफ की नातिक से मुलाकात सहारनपुर के रहने वाले उसकेदोस्त ने कराई थी। आसिफ होजरी का कारोबार करते हैं। साथ ही एक राजनीतिक दल से भी जुड़े हैं। नातिक से उसकेदोस्त ने परिचय कराते हुए कहा कि वह काफी रसूख वाला है। सपा सरकार में अच्छी दखल है और कोई भी काम करा सकता है। इस बीच नातिक से उसकी कई बार बातचीत भी हुई। वर्ष 2016 में वह लखनऊ नातिक से मिलने आया। शातिर नातिक ने उसे हजरतगंज के काफी कैफे डे में मिलने केलिए बुलाया। इस मुलाकात में नातिक ने बताया कि मंडी परिषद में नौकरियां निकली हैं। 12-12 लाख रुपए हर पद केलिए लगेंगे। आसिफ ने बताया कि उसकी बातों में आकर उसने अपने तीन करीबी को नौकरी दिलाने का प्रस्ताव रखा। तीनों से एडवांस में 21 लाख रुपए नातिक और उसकी पत्नी के खाते में जमा कराएं।

कंपनी के खाते में जमा कराए थे रुपये

आसिफ केमुताबिक कुछ दिन बाद नातिक उसे फिर लखनऊ बुलाया। इस बार वह विभूतिखंड में डिगलस फाइनेंशियल कंसल्टेंसी एवं आरके हाईट्स के ऑफिस में लेकर गया। यहां पर अवध नरेश यादव, प्रमोद सिंह, मुकेश साहू और विकास सैनी से मुलाकात कराई। सभी लोगों ने आश्वासन दिया कि आपकेसभी परिचित युवकों को मंडी परिषद और जिला चिकित्सालयों में जल्द ही नौकरी मिल जाएगी। कुछ पैसे इस कंपनी के खाते में जमा करा दीजिए। आसिफ ने इसके बाद 18.45 लाख रुपए अवध नरेश, 10.50 लाख रुपए प्रमोद सिंह, 8.50 लाख रुपए मुकेश साहू और 4.65 लाख रुपए विकास सैनी को दिया।

थमा दिया था फर्जी नियुक्ति पत्र

सीओ ने बताया कि नातिक और उसके गिरोह केसदस्यों के पास मोटी रकम पहुंचने के बाद सभी युवकों को एक-एक फर्जी नियुक्ति पत्र पकड़ा दिया गया। जब नियुक्ति पत्र मिलने के बाद संबंधित विभाग में संपर्क किया। तो वहां पता चला कि विभाग में कोई नौकरी का विज्ञापन ही जारी नहीं किया गया है। कोई सीट ही नहीं खाली है और न ही कोई नियुक्ति हुई है। जब उन्होंने यह बात जालसाज नातिक से बतायी तो उसने कुछ दिन रुकने की बात कही। इसके बाद वह लगातार आश्वासन ही देता रहा कि नौकरी मिल जाएगी, लेकिन दो सालों में न तो नौकरी मिली और न ही रकम वापस की।

कंबल सप्लाई के ठेके का दिया झांसा

पीडि़त ने बताया कि इसी दौरान शातिर नातिक ने इलाहाबाद में होने वाले माघ मेले में कंबल सप्लाई का ठेका दिलाने का झांसा दिया। नातिक ने प्रस्ताव दिया कि माघ मेले में तीन करोड़ के कंबल सप्लाई करने हैं। इसका ठेका उसकी कंपनी को मिल गया है। इसमें उसने पार्टनर बनाने का प्रस्ताव दिया। इसकेलिए उसने 6 दिसंबर 2016 को 20 लाख रुपए हजरतगंज में लिये। रुपए मिलने के बाद नातिक ने फोन उठाना बंद कर दिया। इसके बाद वह तलाश करते हुए लखनऊ पहुंचा। यहां नातिक और अवध नरेश से मुलाकात हुई। दोनों ने रुपए वापस मांगे। जिस पर नातिक ने जान से हाथ धोने की धमकी दी। सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि पीडि़तों की तहरीर पर जालसाज नातिक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की तलाश की जा रही है।