दिल्ली में भी नहीं बनी बात

चकेरी, जाजमऊ निवासी रिटायर्ड आर्मी पर्सन राजेश कुमार का 26 वर्षीय इकलौता बेटा नीरज (26 साल) काफी समय से नौकरी की तलाश कर रहा था। परिजनों के मुताबिक, नीरज ने ग्रेजुएशन करने के बाद कम्प्यूटर कोर्स किया हुआ था। पिछले सप्ताह नीरज जॉब की तलाश में चचेरे भाई रवि के घर दिल्ली गया था। मगर, वहां भी नौकरी का इंतजाम न होने पर निराश होकर सिटी लौट आया। जॉब न मिलने की वजह से नीरज डिप्रेशन का शिकार हो गया था। घरवालों ने नीरज की शादी तय कर दी गई थी मगर उसने शादी से भी इनकार कर दिया था।

इशारा तो किया था!

शनिवार रात 11.30 बजे आखिरी बार नीरज मां सुनीता और पिता के पास गया और काफी देर तक बैठा रहा। पेरेंट्स के सो जाने के बाद नीरज अपने कमरे में चला गया। कुछ देर बाद गोली चलने आवाज सुनकर घरवाले जाग गए और नीरज के कमरे की ओर भागे। कमरे में नीरज खून से लथपथ पड़ा था और बगल में पिता की सिंगल बैरल बंदूक पड़ी हुई थी। फैमिली मेंबर्स नीरज को पास के नर्सिंग होम लेकर गए जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बयानों बनाया मामला संदिग्ध

पुलिस का कहना है कि नीरज की मौत के करीब डेढ़ घंटे बाद घरवालों ने घटना की जानकारी दी। पूछताछ में परिजनों ने अलग-अलग बयान दिए। किसी ने कहा नीरज बंदूक की बैरल साफ कर रहा था तो दूसरे ने जॉब न मिलने की वजह से डिप्रेशन का शिकार होने की बात बताई। एसपी सिटी उमेश कुमार ने सभी पहलुओं को देखते हुए मामला संदिग्ध बताया है। चकेरी एसओ को मामले की जांच के आदेश दिए हैं।