जी रही अपनी खुशहाल जिंदगी

सोनी (बदला हुआ नाम) को 18-19 साल की उम्र में ब्रेस्ट कैंसर हो गया था। महावीर कैंसर संस्थान में उसका इलाज शुरू हुआ। शुरुआत में सोनी पर कैंसर का फर्क नहीं पड़ा, पर जैसे ही उसके सिर से बाल जाने लगी, वह घबरा गई। डॉक्टर्स ने उसे हिम्मत से काम लेने का कहा। उसके सिर पर बिग लगाया गया, साथ ही यह भरोसा दिलाया कि वह पूरी तरह से ठीक हो जाएगी। डॉक्टर ने उसका ब्रेस्ट कंजर्वेशन किया। इलाज के बाद सोनी पूरी तरह से ठीक हो गई। उसकी शादी हुई, बच्चे हुए और अब वह बिल्कुल स्वस्थ जिंदगी जी रही है। टाइम टू टाइम चेकअप करवाने वह हॉस्पीटल आते हैं।

92 साल में भी जा रहीं शान से

महावीर कैंसर संस्थान में जोशी आंटी मशहूर हैं। हर कोई उन्हें जानता है। कैंसर पेशेंट के लिए वह प्रेरणा स्त्रोत से कम नहीं है। जब वह 60-65 साल की थी, तो ब्रेस्ट कैंसर हो गया। महावीर कैंसर संस्थान में ही उनका भी इलाज हुआ। अभी वे 92 साल की हैं और अपनी जिंदगी खुशी से जी रही हैं। जोशी आंटी के ब्रेस्ट को रीमूव किया गया। ऑपरेशन के साथ-साथ कीमोथेरेपी और दूसरे इलाज से वह पूरी तरह से ठीक हो गई। अब सावधानी के तौर पर बस टाइम टू टाइम वह जांच कराती है।

29 परसेंट मामले सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर के

इसी बहाने वैक्सिनेशन, टेस्ट्स और कैंसर की दवाओं को सस्ता करने की मुहिम शुरू हो गई। अपने स्टेट में कैंसर के इलाज के लिए एकमात्र महावीर कैंसर संस्थान ही है। इसी संस्थान की बात करें, तो 29 परसेंट मामले सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर के आ रहे हैं। महावीर कैंसर संस्थान के आंकड़े डराने वाले हैं। यहां हर दिन 4 से 5 नए मामले ब्रेस्ट कैंसर के आ रहे हैं।

32 को ब्रेस्ट कैंसर की शिकायत

यहां आने वाली हर 1000 वीमेन में 32 को ब्रेस्ट कैंसर की शिकायत है। इसमें हर आठ में एक की मौत ब्रेस्ट कैंसर की वजह से हो जाती है। इसमें बचने का एकमात्र उपाय बेस्ट रिमूवल के साथ रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी है। स्टेज के हिसाब से मरीज के बचने की संभावना तय होती है। शुरुआत में कैंसर का पता चल जाने से इसका इलाज आसान है। फिर जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, इलाज तो टफ होने के साथ खर्चे भी बढ़ जाते हैं।

ब्राका टेस्ट से जानें जेनेटिक कैंसर पॉसिब्लिटी

मां को ब्रेस्ट कैंसर हो, तो जेनेटिक टेस्टिंग के जरिए कैंसर की पॉसिब्लिटी का पता लगाया जा सकता है। यह टेस्ट इंडिया में भी अवेलेबल है। एंजोलीना जॉली के मामले में यही टेस्ट किया गया था। टेस्ट के बाद उसने प्रिवेंटिव डबल मैस्टेक्टॉमी करवाया।

मात्र 500 रुपए में जांच अवेलेबल

महावीर कैंसर संस्थान के डायरेक्टर पद्मश्री डॉ। जितेंद्र सिंह कहते हैं कि जरा भी शक हो, तो ब्रेस्ट की जांच करवा लें। मात्र पांच सौ रुपए में कोई भी महावीर कैंसर संस्थान में आकर ब्रेस्ट की जांच करवा सकता है। यहां मेमोग्राफी मशीन के जरिए ब्रेस्ट कैंसर की जांच की जाती है।

क्या है इलाज

कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ। मनीषा सिंह कहती हैं कि शुरू में ब्रेस्ट कैंसर का पता चल जाए, तो इसका इलाज आसान है। ब्रेस्ट से गिल्टी को निकालकर रेडिएशन और कीमोथेरेपी के जरिए कैंसर को बिल्कुल ठीक किया जा सकता है। नेक्स्ट स्टेज में पता चलने पर ब्रेस्ट रिमूवल के जरिए कैंसर का इलाज किया जाता है।

क्या है लक्षण

ब्रेस्ट पर गोल-गोल हाथ फिराएं। यदि उसमें गांठ दिखे, तो तुरंत चेकअप कराएं। इसकी जांच करवाकर आप कैंसर से बच सकती हैं।

Precautions  

सेल्फ ब्रेस्ट जांच करें। हर दिन नहाने के समय आप ऐसा कर सकती हैं। कैंसर के शुरुआती लक्षण में ब्रेस्ट में गांठ महसूस होगी। यदि ऐसा महसूस होता है, तो जल्द से जल्द जांच कराएं।

कब कराएं जांच

30-35 की उम्र में एक बार जरूर जांच करा लें। सेल्फ ब्रेस्ट जांच में गांठ दिखे, तो कभी भी जांच कराएं। यह अनुवांशिक बीमारी है। यदि फैमिली में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हो, तो 20 वर्ष के बाद ही जांच करवा लें।

इतना होता है खर्च

मेमोग्राफी मशीन से जांच : 500 रुपए

ब्रेस्ट से गिल्टी निकालने का खर्च : 5 से 10 हजार रुपए।

ब्रेस्ट थेरेपी : 15 से 20 हजार रुपए

जेनेटिक टेस्ट ब्राका-1 व ब्राका-2 जांच - 10 हजार रुपए

नोट : कैंसर के इलाज का खर्च स्टेज पर डिपेंड करता है। जैसे-जैसे स्टेज बढ़ेगा, खर्च भी बढ़ती जाएगी।

For your information

- घर में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हो, तो 20 वर्ष के बाद जांच कराना शुरू कर दें।

- 30 से 40 वर्ष की लेडीज एक बार जरूर कराएं जांच।

- हर 1000 में 32 वुमेन में निकल रहा है ब्रेस्ट कैंसर।

- 10 साल पहले महावीर कैंसर संस्थान में 28 परसेंट को ब्रेस्ट कैंसर होता था, अब यह 29 परसेंट हो गया है।

- कैंसर पेशेंट्स में हर 8 में से 1 की मौत ब्रेस्ट कैंसर हो जाती है।