लखनऊ जाकर मुख्यालय में धरना प्रदर्शन करेंगे रोडवेज कर्मचारी

1500 से अधिक कर्मचारियों की 21 फरवरी को होगी रवानगी

Meerut। 21 फरवरी को लखनऊ मुख्यालय पर आयोजित रोडवेज कर्मचारियों के धरने के दौरान जनपद की रोडवेज बस सेवाएं प्रभावित हो सकती है। हालांकि, रोडवेज प्रबंधन का दावा है कि इस धरने से किसी प्रकार की सेवाओं पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा, लेकिन धरने में डेढ़ हजार से अधिक रोडवेज कर्मचारी ले जाने दावा कर रहे परिषद की घोषणा से प्रबंधन की खलबली है।

लखनऊ रवाना होंगे कर्मचारी

रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने करीब डेढ हजार कर्मचारियों को लखनऊ ले जाने का दावा किया है। ऐसे में मेरठ रीजन के पांचों डिपों में करीब साढे तीन हजार में से आधे से अधिक स्टॉफ की कमी 21 फरवरी को हो सकती है।

हो सकती किल्लत

धरने में शामिल होने वाले इन कर्मचारियों में अधिकतर बस चलाने वाले चालक और परिचालक शामिल हैं इसलिए यात्रियों को बसों की किल्लत का सामना भी करना पड़ सकता है। हालांकि रोडवेज प्रबंधन के अनुसार सभी बसों पर अतिरिक्त स्टॉफ की व्यवस्था है फिर भी पहले से ही चालक परिचालकों की कमी से जूझ रहे रोडवेज के लिए यह धरना भारी पड़ सकता है।

मेरठ रीजन में परिषद के करीब ढाई हजार सदस्य हैं। जिनमें से 60 प्रतिशत लखनऊ जा रहे हैं। ऐसे में कुछ सेवाओं पर तो प्रभाव पड़ेगा।

लाखन सिंह, रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद उप महामंत्री

धरने के कारण रोडवेज की किसी प्रकार की सेवाओं में कोई प्रभाव नही पडेगा। हमने अतिरिक्त स्टॉफ की व्यवस्था की हुई है।

एसके बनर्जी, आरएम रोडवेज