सराय काले खांसे मेरठ, पानीपत, अलवर तीनों कॉरीडोर होंगे इंटरकनेक्टेड

बेहतर कनेक्टिविटी के साथ मिलेगा रैपिड रेल में आरामदायक सफर

Meerut : मेरठ से गुरुग्राम-अलवर या पानीपत जाने के लिए रैपिड रेल बदलनी नहीं होगी। ट्रांस यूरोपियन हाईस्पीड रेल सिस्टम में रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) का ऑपरेशन होगा। इंटरऑपरेबिल सिस्टम से बिना स्टेशन पर उतरकर, बिना ट्रेन चेंज किए तीनों हाईस्पीड कॉरीडोर पर सफर कर सकेंगे।

अत्याधुनिक तकनीकि से संचालन

सराय काले खां (दिल्ली) जंक्शन से आरआरटीएस के 3 हाईस्पीड कॉरीडोर दिल्ली से मेरठ, दिल्ली से अलवर और दिल्ली से पानीपत के बीच अत्याधुनिक तकनीकि से रैपिड रेल का संचालन किया जाएगा। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) के ग्रुप महाप्रबंधक प्लानिंग सुधीर कुमार शर्मा ने बताया कि तीनों कॉरीडोर का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद रैपिड रेल का संचालन अत्याधुनिक ट्रांस यूरोपियन हाईस्पीड रेल सिस्टम से होगा। उन्होंने बताया कि मेरठ से अलवर जाने वाले या पानीपत जाने वाले यात्रियों को न तो स्टेशन चेंज करना पड़ेगा और न ही ट्रेन। इंटरऑपरेबिलिटी सिस्टम से महज 5 मिनट के इंतजार के बाद रैपिड रेल नेक्स्ट कॉरीडोर के लिए रवाना होगी।

बदलना नहीं होगा स्टेशन

देश में संचालित मेट्रो ट्रेन में यह सिस्टम नहीं है, जैसे-आपको कॉरीडोर बदलने के लिए न सिर्फ ट्रेन बल्कि प्लेटफार्म तक बदलने होते हैं। जबकि आरआरटीएस में बिना स्टेशन और ट्रेन को बदले नेक्स्ट कॉरीडोर पर सफर कर सकेंगे। महाप्रबंधक प्लानिंग ने बताया कि फिलहाल देश में यह तकनीकि फ‌र्स्ट टाइम आरआरटीएस के साथ आ रही है। ट्रांस यूरोपियन हाईस्पीड रेल सिस्टम ने रैपिड रेल को हाईटेक बनाया है। उन्होंने बताया कि बेहतर कनेक्टिविटी के साथ इस सिस्टम से एक सुखद और सुरक्षित यात्रा का अनुभव यात्री कर सकेंगे।

फैक्ट एंड फिगर्स

3-आरआरटीएस कॉरीडोर

(दिल्ली-मेरठ, दिल्ली-पानीपत, दिल्ली-अलवर)

पैरामीटर्स दिल्ली-मेरठ दिल्ली-पानीपत दिल्ली-अलवर

दूरी (किमी) 82.15 111 180

ट्रैवल टाइम (मिनट) 62 74 117

स्टेशन 24 12 19

डेली राइडरशिप 7.4 लाख 5.47 लाख 9.1 लाख

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380 किमी तीनों कॉरीडोर की दूरी (लंबाई)

600-कोच

6-डिपो

20 मिलियन-डेली राइडरशिप