- पीएचडी एडमिशन की प्रक्रिया अधर में फंसने से हटे दो दर्जन से अधिक जेआरएफ कैंडीडेट

- मार्च 2018 से पहले ही हर हाल में लेना था पीएचडी में एडमिशन

shyamchandra.singh@inext.co.in

LUCKNOW :

एलयू की लापरवाही के चलते जेआरएफ कैंडीडेट्स का उससे मोह भंग हो गया है। ज्ञात हो कि एलयू में सेशन 2017-18 से पीएचडी एडमिशन नहीं हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि नए ऑर्डिनेंस को अभी मंजूरी नहीं मिली है। जिससे इस बार भी एडमिशन होना संभव नहीं है। ऐसे में जूनियर रिसर्च फेलो (जेआरएफ) एलयू को छोड़कर दूसरी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने को मजबूर हैं। मौजूदा समय में एलयू में जितने भी जेआरएफ पीएचडी एडमिशन के लिए वेट कर रहे थे, वे सभी एलयू छोड़कर जा चुके हैं।

सबसे पहले देना होता है एडमिशन

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन यूजीसी के नियम के अनुसार किसी भी यूनिवर्सिटी को अपने यहां पीएचडी एडमिशन में जेआरएफ को वेटेज देना होता है। जेआरएफ कैंडीडेट्स को यूनिवर्सिटी की ओर से होने वाले एंट्रेंस एग्जाम में छुट के साथ कई दूसरे लाभ भी दिए जाते हैं। पर एलयू में दो सेशन से पीएचडी में एडमिशन नहीं हो रहे हैं। ऐसे में जेआरएफ कैंडीडेट एलयू छोड़कर दूसरी जगहों पर जा चुके हैं।

फेलोशिप पर संकट

यूजीसी के नियम के अनुसार जो कैंडीडेट नेट क्वालिफाई करता है, जेआरएफ के लिए योग्य माना जाता है। उसे एक तय समय में किसी भी संबंधित यूनिवर्सिटी में पीएचडी एडमिशन लेना होता है। एलयू में 2016 में नेट व जेआरएफ क्वालिफाई स्टूडेंट्स को मार्च 2018 से पहले पीएचडी कोर्स में एडमिशन लेना था। अगर ऐसा नहीं होता है तो स्टूडेंट की फेलोशिप जो यूजीसी की ओर से दी जाती है। उसके लिए वह अयोग्य कर दिय जाता है। इन हालात में जेआरएफ के सामने एलयू छोड़ने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं बचा था।

दो दर्जन से अधिक ने छोड़ा एलयू

समाजवादी छात्र सभा के अनिल यादव मास्टर ने बताया कि करीब दो दर्जन से अधिक जेआरएफ स्टूडेंट्स ने पीएचडी में एडमिशन प्रक्रिया न शुरू होने से एलयू छोड़ दिया है। वहीं जिन स्टूडेंट्स ने 2017 में नेट व जेआरएफ क्वालिफाई किया है, उनके सामने भी एडमिशन न होने पर एलयू छोड़ने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं बचेगा। वहीं एबीवीपी के विवेक सिंह का कहना है कि जेआरएफ यूनिवर्सिटी के लिए गर्व की बात होते हैं। नैक मूल्यांकन में इस पर मा‌र्क्स दिए जाते हैं। एलयू में दो साल से पीएचडी एडमिशन रुके हैं। मौजूदा समय में एलयू में एक भी जेआरएफ स्टूडेंट एडमिशन के लिए नहीं है।

पीएचडी का मामला शासन में लंबित है। अभी इस मामले में कुछ भी नहीं कह सकता। स्टूडेंट्स का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।

प्रो। एसपी सिंह, वीसी एलयू