-खेतों के नजदीक आग पहुंचने से मचा हड़कंप

-वन विभाग के पास आग बुझाने को नहीं संसाधन

-रामनगर कार्बेट, देहरादून में नकरौंदा, ऋषिकेश सहित कई जगहों पर भी लगी है आग

- आग के कारण आबादी में जानवारों के आने का खतरा

rajneesh.kumar@inext.co.in

DEHRADUN: पिछले दस दिनों से नकरौंदा के पास सरकारी जंगल आग से धधक रहे हैं। जंगलों की आग किसानों के खेतों के नजदीक पहुंच चुकी है। ऐसे में एक चिंगारी किसानों को बर्बाद कर सकती है। दूसरी ओर वन विभाग प्रयास के अलावा कुछ नहीं कर पा रहा है। प्रदेश की बात करें तो लगभग सभी जिलों में सरकारी जंगल आग की चपेट में हैं। वहीं बढ़ती आग से वन्य जीवों के आबादी की ओर आने की संभावना बढ़ गई है।

हर साल लगती है, नहीं लिया सबक

वन क्षेत्रों में हर साल आग लगती है और करोड़ों रुपये की वन संपदा जलकर राख हो जाती है। इसके बावजूद वन विभाग इससे सबक नहीं लेता है। कार्बेट पार्क हो या राजा जी पार्क, हर जगह आग लगी हुई है। जो अभी तक सुलग रही है। देहरादून की बात करें तो नकरौंदा क्षेत्र में कई बीघा वन क्षे˜ा आग की चपेट में है।

प्रदेश के जंगल आग की चपेट में

अभी तक आग की चपेट में कार्बेट पार्क का रामनगर क्षेत्र, ऋषिकेश में राजा जी पार्क, देहरादून में नकरौंदा आग की चपेट में है। रुद्रप्रयाग के दुगड्डा ब्लाक के कांडाखाल में, गोपेश्वर-पोखरी में मोटर मार्ग पर घुड़साल गांव में चीड़ के जंगलों में आग लग चुकी है। कुछ जगहों पर जहां ग्रामीण क्षेत्र नजदीक है, ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया है। लेकिन घने जंगलों के क्षेत्र में वन विभाग आग पर अभी तक काबू नहीं कर पाया है।

वन्य जीवों का भड़क सकता है गुस्सा

जंगलों में लगातार बढ़ती आग से वन्य जीवों का गुस्सा भड़क सकता है। क्योंकि कार्बेट और राजा जी पार्क में टाइगर आग से दूसरे क्षेत्रों में शरण ले सकते हैं। इससे वन क्षेत्रों के बाहरी इलाकों में रहने वाले गुलदार आबादी में घुसने लगे हैं। वहीं हाथी पहले ही आबादी क्षेत्रों में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

बारिश से आग बुझने की उम्मीद

जहां चीड़ के जंगल हैं, वहां आग बुझाना सबसे अधिक कठिन बना हुआ है। वहीं घने जंगलों में भी यही हाल है। ऐसे में वन विभाग अब केवल बारिश के भरोसे रह गया है। सोमवार को हुई बारिश से देहरादून के जंगलों में आग काफी हद तक बुझ गई, लेकिन अभी भी प्रदेश के अधिकांश जंगल आग से सुलग रहे हैं।

नकरौंदा के ग्रामीणों ने दिया ज्ञापन

नकरौंदा के रहने वाले ग्रामीणों ने वन विभाग को आग बुझाने के लिए ज्ञापन दिया, लेकिन वन विभाग आग बुझाने में नाकाम ही साबित हो रहा है। ग्रामीण रस्टी सिंह का कहना है कि आग लगातार किसानों के खेतों के पास आ रही है। ऐसे में गेहूं की फसल पककर तैयार हो चुकी है। यदि आगे नहीं बुझाई गई तो गेहूं की फसल जलकर तबाह हो जाएगी।

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रोजाना कोई न कोई आग लगा देता है। आग बुझाई जा रही है। प्रयास किए जा रहे हैं कि ग्रामीणों की मदद भी ली जाए, ताकि आग न लगे।

--पीके पात्रो, डीएफओ देहरादून