फ्रेशर्स और कर्मचारियों के बीच का मामला, मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने आरोपी छात्र को किया सस्पेंड

ALLAHABAD: एक यूनिट ब्लड की डिमांड को लेकर एसआरएन हॉस्पिटल में फ्रेशर्स और लैब टेक्नीशियन के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि छात्रों ने कर्मचारी के साथ मारपीट की। दोनों पक्षों में तनातनी बढ़ने के बाद कर्मचारी हड़ताल पर चले गए तो एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जैसे-तैसे मामले को सुलझाया। आरोपी छात्र को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर घटना की जांच की जा रही है।

देर रात पहुंचा खून मांगने

जानकारी के मुताबिक एमबीबीएस फ‌र्स्ट ईयर का वाराणसी का रहने वाला छात्र शुक्रवार की रात तकरीबन बारह बजे एसआरएन हॉस्पिटल के ब्लड बैंक पहुंचा था। उसके पिता को लीवर डिजीज के चलते हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने एक यूनिट ब्लड की मांग की तो उसने लैब टेक्नीशियन ज्ञानेंद्र सिंह के सामने यह डिमांड रखी। बताया जाता है कि बिना डोनर ब्लड देने से ज्ञानेंद्र ने मना किया तो दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी। मामला बढ़ने पर छात्रों द्वारा कर्मचारी की पिटाई करने का भी आरोप लगाया गया है।

तो मरीजो को होती दिक्कत

घटना के बाद ब्लड बैंक के कर्मचारियों ने एकजुट होकर ब्लड की सप्लाई से इंकार कर दिया। शनिवार सुबह जानकारी हुई तो लैब टेक्नीशियन एकत्र होने लगे और हड़ताल कर दी। इससे पहले की मरीजों को परेशानी होती, प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह ने अन्य अधिकारियों सहित मौके पर पहुंचकर कर्मचारियों को शांत कराया। फिलहाल, आरोपी छात्र को सस्पेंड करने की बात कही जा रही है। उधर, पुलिस को शिकायती प्रार्थना पत्र देने के बाद कर्मचारी ने वापस ले लिया। बदले में कॉलेज प्रशासन ने आरोपी छात्र के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

किसकी है गलती, होगी जांच

कॉलेज प्रशासन का कहना है कि शुक्रवार की रात हुई घटना के बाद शनिवार और रविवार कॉलेज बंद रहा। मामले की जांच कराई जानी है। सोमवार को दोषी पक्ष का पता भी लगाया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि देर रात ब्लड बैंक में ब्लड की मांग करने पर अक्सर लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है तो उनका यह भी कहना है कि बिना डोनर ब्लड देने के लिए अधिकारियों से कागज पर परमिशन लेनी पड़ती है। यही कारण था कि दोनों पक्षों के बीच मामला बढ़ता चला गया।