-पिछले साल से ज्यादा बोनस का यूनियन नेतृत्व पर दबाव

-पिछले साल 17 करोड़ व इस साल 32 करोड़ रुपए हुआ है मुनाफा

-2015 में बोनस मद में बंटे थे 6.97 करोड़ रुपए

JAMSHEDPUR: जुस्को में बोनस को लेकर जुस्को श्रमिक यूनियन और प्रबंधन के बीच छठे दौर की वार्ता 9 सितंबर को होगी। यूनियन पर बोनस समझौता दुर्गा पूजा से पहले हर हाल में करने का दबाव है। यही वजह है कि यूनियन नेतृत्व प्रबंधन के साथ लगातार वार्ता कर रहा है। इस बार जुस्को में भी बोनस का नया फार्मूला बनाने की कोशिश की जा रही है। ताकि पिछले वर्ष से ज्यादा राशि बोनस मद में स्वीकृत करायी जा सके। यहां बता दें कि कंपनी को पिछले साल की तुलना में इस वर्ष करीब-करीब दोगुना मुनाफा हुआ है। टाटा स्टील की सहयोगी कंपनी जुस्को को वित्तीय वर्ष ख्0क्भ्-क्म् में लगभग फ्ख् करोड़ रुपए शुद्ध मुनाफा हुआ है। कर सहित यह राशि करीब फ्7 करोड़ है। पिछले साल कंपनी को लगभग क्7 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। पिछले वर्ष जुस्को श्रमिक यूनियन और प्रबंधन के बीच क्8 फीसद से ऊपर बोनस समझौता हुआ था जोकि करीब म्.97 करोड़ रुपए थी। वहीं ख्0क्ब् में 7.क्भ् करोड़ रुपए बोनस मद में बंटे थे। इस बार हुए मुनाफे को आधार मानें तो बोनस राशि में बढ़ोत्तरी तय है। जुस्को में वर्तमान में करीब 900 कर्मचारी हैं।

एलटीसी पर होगी बात

जुस्को में एलटीसी समझौता एक जनवरी ख्0क्म् से लंबित है। इस विषय में जुस्को श्रमिक यूनियन और प्रबंधन के बीच एक बार भी वार्ता नहीं हुई है। अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय का कहना है कि हमारी पहली प्राथमिकता बेहतर बोनस कराना है। उसके बाद एलटीसी पर प्रबंधन से बात करेंगे। वैसे यूनियन अपनी तरफ से चार-पांच बार मीटिंग बुलाने के लिए प्रबंधन को पत्र लिख चुकी है। प्रबंधन की ओर से मीटिंग का बुलावा आने पर एलटीसी पर चर्चा शुरू होगी।

बोनस के लिए फार्मूला बन रहा है। इसको लेकर शुक्रवार को प्रबंधन के साथ बैठक है। देखते हैं क्या फैसला होता है।

-रघुनाथ पांडेय, अध्यक्ष, जुस्को श्रमिक यूनियन।