-सड़कों पर कम रही चहल पहल, बाजार में भी कम

-दोपहर बाद सामान्य होने लगी स्थिति

JAMSHEDPUR : ओवरब्रिज की मांग को लेकर झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के जमशेदपुर बंद का मिला-जुला असर रहा। सुबह से ही जेवीएम के नेताओं ने दुकानों को बंद करवाना शुरू कर दिया था। हालांकि, दोपहर बाद बंद का असर कम होने लगा और मार्केट में चहल-पहल बढ़ी। बंद के दौरान कहीं से भी मारपीट या तोड़फोड़ की खबर नहीं मिली। बंद को लेकर पुलिस द्वारा जेवीएम के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी गई।

टायर जलाकर प्रदर्शन

शनिवार की सुबह से ही पार्टी के नेता और कार्यकर्ता बंद कराने के लिए निकले। इसकी वजह से मानगो, साकची, गोलमुरी, टेल्को आदि में दुकानों के शटर गिरे रहे। इस दौरान पेट्रोल पंप्स को भी बंद करा दिया गया। दोपहर करीब क्ख् बजे के बाद दुकानें खुलनी शुरू हुईं। बंद के दौरान कार्यकर्ताओं ने विभिन्न चौक-चौराहों पर टायर जलाकर प्रदर्शन भी किया। बंदी को देखते हुए पुलिस भी जगह-जगह तैनात थी। साकची गोलचक्कर, बाजार में पुलिस गश्त लगाती दिखी। के जवान बंद समर्थकों के साथ-साथ ही घूम रहे थे, ताकि किसी तरह का विवाद या तोड़फोड़ होने पर फौरन उससे निपटा जा सके।

बाजार में कम रही भीड़भाड़

बंद को देखते हुए कम ही लोग घर से निकले। स्कूल, कॉलेजों में भी उपस्थिति कम रही। शनिवार को कई इंग्लिश मीडियम स्कूल बंद थे, लेकिन हिंदी मीडियम के स्कूल्स और कॉलेजेज में भी उपस्थिति सामान्य से कम रही। बंद के दौरान सड़क पर वाहनों का परिचालन भी कम रहा, वहीं मार्केट में भी कम ही लोग खरीदारी के लिए आए। बैंक, ऑफिसेज भी सामान्य दिनों की तरह खुले, लेकिन वहां भी भीड़ नहीं दिखी।

साकची में हुई सभा

बंद को दौरान साकची स्थित झंडा चौक में एक जनसभा का आयोजन किया गया। मौके पर जेवीएम के केंद्रीय सचिव अभय सिंह ने कहा कि फ्लाईओवर का निर्माण शहर की जनता की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। इससे समझौता नहीं किया जा सकता। आज केवल आठ वर्षो में एक हजार से अधिक लोग सड़क दुर्घटना में मारे जा चुके हैं। जिला प्रशासन, सरकार और कॉरपोरेट घरानों की संवेदना शून्य हो गई है। अभय सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन शहर में हेलमेट अभियान चला रहा है, लेकिन फ्लाईओवर की बात नहीं हो रही है।

नेताओं और कार्यकर्ताओं की हुई गिरफ्तारी

बंद के दौरान जेवीएम के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी हुई। गोलमुरी बाजार में बंद कराते म्भ् कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। इन्हें दोपहर बाद रिहा कर दिया गया। अभय सिंह ने बताया कि बंद को विफल बनाने के लिए पुलिस ने सुबह तीन बजे से ही कार्यकर्ताओं को घर से गिरफ्तार करना शुरू कर दिया था। इनमें जिला महामंत्री बबुआ सिंह, शशि मिश्रा, पप्पू सिंह, सुजीत सिंह, अनूप सिंह, शंभू सिंह, विनोद जायसवाल, नितेश मित्तल, श्रवण दास, सुनील सिंह आदि विभिन्न मंडलों के अध्यक्ष और जिला पदाधिकारी श्ामिल थे।

भूखे-प्यासे रहे कार्यकर्ता

जिन कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया था उन्होंने थाने में दिनभर भूखे-प्यासे रखने का आरोप लगाया। जुगसलाई थाने में बंद किए गए जेवीएम कार्यकर्ता राजीव ने बताया कि उनके साथ कई कार्यकर्ताओं को सुबह ही गिरफ्तार किया गया था। दिनभर उन्हें चाय नाश्ता भी नही दिया गया। राजीव ने बताया कि जब उन्होंने इस मामले में थाना इंचार्ज से बात की तो कहा गया कि उन्हें दो समोसा से ज्यादा नहीं दिया जा सकता है।