-ज्योति ने कई बार की थी पेरेंट्स से पति की हरकतों की शिकायत

-वापस पेरेंट्स के पास जाने की जताई थी इच्छा

-लेकिन बेटी का घर न टूटे, ये सोचकर टालते रहे ज्योति के पेरेंट्स

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ज्योति मर्डर केस के सनसनीखेज खुलासे के बाद हर किसी को मालूम हो चुका है कि उसके पति पीयूष और उसकी प्रेमिका ने उसके मर्डर की साजिश रची थी। पर ज्योति की जान बच सकती थी। हम ज्योति को वापस तो नहीं ला सकते, लेकिन उन लाखों मां-बाप को अलर्ट जरूर कर सकते हैं जो अपनी शादीशुदा बेटियों के परिवार को बचाने के चक्कर में अपनी बेटी की बातों को इग्नोर कर देते हैं और फिर उनको ही खो देते हैं। तो प्लीज सवाल लाखों 'ज्योति' की जिंदगी का है, इसलिए घ्यान दें

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पहली बार नाकाम हुआ वो

ये बात करीब पांच से छह महीने पुरानी है। जो पीयूष ने अपनी प्रेमिका मनीषा के प्रेम में आकर पत्नी को जान से मारने की पहली कोशिश की थी। सूत्रों के मुताबिक पीयूष उस दिन रात में करीब क्ख् बजे घर पहुंचा था। जब ज्योति ने उससे सवाल जवाब किए तो उसको खून खौल उठा और उसकी पत्नी से तीखी नोंकझोक हुई। जब ज्योति नहीं मानी तो पीयूष ने उसका गला दबाने की कोशिश की लेकिन वो सफल नहीं हुआ। ज्योति को रूम में रोता हुआ छोड़कर वो बाथरूम में चला गया और अंदर ही दो घंटे तक प्रेमिका मनीषा से बात करता रहा। उसने उसको पूरी घटना बताई जिसके बाद ये तय हुआ कि बहुत जल्द ज्योति को रास्ते से हटाना पड़ेगा वरना सारी पोल खुल जाएगी।

सुबह ही बताया फैमिली को

रात को जो कुछ हुआ ये पूरा घटनाक्रम ज्योति ने अपने पिता को बताया। उसने ये बताया कि उसका पति से झगड़ा हुआ और फिर उसने क्या किया? इतना ही नहीं पहली बार उसने अपनी फैमिली मेंबर को उसने ये भी बताया कि बाथरूम में दो घंटे तक वो किसी लड़की से बात कर रहा था। उस दिन ही साबित हो गया कि उसका किसी से अफेयर है। इसके बाद भी ज्योति के घरवालों ने उसकी बात को ये समझाकर खत्म कर दिया कि बेटी का घर न उजड़े। अगर उसी दिन ज्योति की फैमिली इस मामले को गंभीरता से लेते तो उसकी जान बच सकती थी। दूसरी बार उसने गंगा बैराज पर उसको जान से मारने की कोशिश की थी ये तो आप जानते ही हैं। पर वो इसमें भी विफल रहा। लेकिन तीसरी कोशिश में वो कामयाब हो गया।

उसको मनाने ले गया था रेस्टोरेंट

इस पूरे मर्डर के खुलासे के बाद पुलिस ने उस रेस्टोरेंट के सीसीटीवी फुटेज जारी किए थे। उसमें साफतौर पर दिख रहा था कि ज्योति कुछ खा रही है और पीयूष सिर्फ हुक्का पी रहा था। उसकी वजह दो थीं। पहली वजह थी ज्योति का नाराज होना। ज्योति को मनाने के लिए वो उसको घर से रेस्टोरेंट डिनर कराने ले गया था। घर से वो सिर्फ डिनर करने ही गया था। लेकिन पीयूष को लॉन्ग ड्राइव का बहाना करना था इसलिए वो रेस्टोरेंट में लगातार उसको समझाने की कोशिश करता रहा कि मैं अब ये सबकुछ दोबारा नहीं करूंगा। सूत्रों के मुताबिक पीयूष इस वजह से उस वक्त परेशान था कि कहीं इस बार फिर वो कहीं चूक न जाए।

डर था कि फिर न हो जाएं नाकाम!

सूत्रों के मुताबिक पीयूष ने रेस्टोरेंट में खाने के दौरान वो लगातार मैसेज से अपनी प्रेमिका के टच में रहा। जिससे की उसकी टेंशन कुछ कम हो सके। मनीषा ने भी पीयूष को पूरी सांत्वना दी कि इस बार हम लोग कामयाब हो जाएंगे। वो ऐसी सिचुएशन थी की अगर इस बार पीयूष नाकाम हो जाता तो फिर शायद ज्योति किसी भी कीमत पर उसके साथ नहीं रहती। लेकिन पीयूष इस बार अपनी नापाक मंसूबों में कामयाब हो गया। ज्योति की फैमिली ने उसकी बातों को इग्नोर न किया होता और पहली बार जब उसने अपनी दिल की बात शेयर की थी, तब उसको गंभीरता से लेते हुए उसकी हेल्प की होती तो शायद वो इस दुनिया में होती।

-बॉक्स-

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बेटियों के पेरेंट्स ध्यान दीजिए

क्। अगर आपकी शादीशुदा बेटी किसी प्रॉब्लम को आपसे शेयर करना चाहती है तो तुरंत उसकी बात सुनें। उसकी बातों को इग्नोर न करें।

ख्। देर रात या फिर सुबह जल्दी फोन आए तो सतर्क हो जाएं और उससे कुशलक्षेम के साथ ही ये भी कोशिश करें कि कहीं वो कुछ छुपा तो नहीं रही। उसको यकीन दिलाएं कि आप झल्लाएंगे नहीं बल्कि उसकी चुपचाप मदद करेंगे।

फ्। बेटी अगर पति के बारे में कुछ आपत्तिजनक बात बताए तो उसकी पूरी पड़ताल करें चुपचाप बेटी को समझाकर शांत न बैठ जाएं।

ब्। ससुराल से मायके आने के बाद अगर बेटी खोयी-खोयी रहती है तो फिर सतर्क हो जाएं और ननद, भाभी या मां से उसके इस बिहेवियर की वजह जानने की कोशिश करें। क्योंकि लड़कियां कई बार अपनी पीड़ा को बताने से झिझकती हैं।

भ्। अगर अचानक बेटी मायके आने की बात करती है तो उसको तुरंत कुछ दिन के लिए कोई बहाना बनाकर उसको बुला लें। ससुराल में ये खबर न लगने दें कि बेटी के कहने पर बुलाया है। इससे बेटी का आत्मविश्वास बढ़ेगा कि मां-बाप उसकी हेल्प करेंगे।

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बेटियां बहुत सेंसटिव होती हैं। अक्सर देखा गया है कि ज्यादातर पैरेंट्स शादी के बाद बेटी से उतना लगाव नहीं रखते हैं जितना की शादी से पहले रखते हैं। जबकि ये गलत है जितना पहले ध्यान रखते थे उतना ही शादी के बाद भी रखना चाहिए। सुसराल में बेटी की छोटी से प्रॉब्लम को भी गंभीरता से लेना चाहिए। एक बात और गौर करने वाली है। वो ये कि अगर आपका बेटा या दामाद ज्यादा फोन या मैसेज करता है तो और संदिग्ध लगता है। ऐसी सिचुएशन में आप तुरंत आला अधिकारियों से संपर्क करें। शादी के बाद भी लगातार बेटियों के संपर्क में रहें।

-आशुतोष पांडेय, आईजी, कानपुर जोन