ज्योति हत्याकांड के आरोपियों की मौजूदगी ने जिला कारागार भी हाईप्रोफाइल बन गया है। शहर से लेकर प्रदेश की राजधानी तक जेल से जुड़े आलाधिकारी सजग हैं। जेल की हर गतिविधियों पर उनकी नजर है। जल्द ही यह अधिकारी जेल में मिल रही शिकायतों की सच्चाई जानने शहर आ सकते हैं।

बड़े उद्योगपतियों से संबंध

जेल में बंद च्योति हत्याकांड के आरोपी पीयूष और मनीषा उच्च घरानों से संबंध रखते हैं। शुरूआत में आरोप लगे कि इन लोगों को जेल में खास सुविधाएं दी जा रही हैं। जिलाधिकारी डॉ। रोशन जैकब ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया और जेल में छापा मारा। एक महिला बंदी ने इन शिकायतों का समर्थन किया। इसके बाद जिलाधिकारी ने रिपोर्ट सरकार को भेज दी। शिकायतों का यह क्रम थमा नहीं बल्कि कई गुमनाम पत्र अखबारों के कार्यालय में भेजे जाने शुरू हो गए। इन पत्रों में आज भी पीयूष और मनीषा को जेल मैनुअल के अतिरिक्त सुविधाएं दिए जाने का दावा किया गया है। इस संबंध में जब डीआईजी जेल शरद कुलश्रेष्ठ से बात की गई तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि शिकायतें मिल रहीं हैं। हमारी पूरी नजर जिला कारागार पर बनी हुई है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में जो हालात हैं उस पर जिला प्रशासन के साथ ही प्रदेश सरकार भी निगाह बनाए हुए हैं। इस स्थिति में गलती करके कोई अधिकारी अपनी नौकरी दांव पर नहीं लगाएगा। उन्होंने कहा कि इन आरोपों की सत्यता के लिए वह जल्द ही जिला कारागार में छापा मारेंगे। जिलाधिकारी की रिपोर्ट पर उन्होंने बताया कि वह सरकार को भेजी गई थी। अभी उन्हें नहीं मिली है। शासन से कोई आदेश आता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।