-पूरे शहर में हटाया अतिक्रमण, अपनी ही जमीन से कब्जा नहीं हटा पा रहा पटना नगर निगम

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क्कन्ञ्जहृन् : पटना नगर निगम में इन दिनों चिराग तले अंधेरे वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। क्योंकि पूरे शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई वहीं निगम अपनी जमीन को खाली कराने को लेकर उदासीन है। मामला बांकीपुर अंचल का है। यहां नगर निगम की अपनी 44 करोड़ से भी अधिक कीमती जमीन पर कुछ लोग तीन दशक से कब्जा जमा रखे हैं। अतिक्रमणकारियों ने आवास और दुकान के रूप में स्थाई और अस्थाई निर्माण भी कर लिया है। अतिक्रमणकारी कोई और नहीं निगम से ही रिटायर कर्मी और उनके परिवार के लोग हैं। रिटायरमेंट के बाद उन्हें हर माह हजारों रुपए पेंशन मिलती है लेकिन ये रिटायर्ड कर्मी नगर निगम की जमीन पर वर्षो से फ्री में कब्जा जमा रखे हैं। अतिक्रमणकारियों में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बाहरी हैं और उन्होंने खाली जमीन पर कब्जा कर लिया है। पटना नगर निगम की करीब दो एकड़ जमीन पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया गया है।

प्राइम लोकेशन पर बड़ा खेल

बांकीपुर अंचल के खेतान मार्केट के पास करीब दो एकड़ जमीन पटना नगर निगम के नाम दर्ज है। यहां तीन दशक पहले खूबसूरत मार्केट हुआ करता था। जिसे म्यूनिसिपल बाजार के नाम से जाना जाता था। लोग अपनी घरेलू जरूरतों की खरीदारी करते थे। एरिया 24 घंटे लोगों की चहल-पहल से चकाचौंध रहता था। नगर निगम ने लोगों की सहूलियत में आधे दर्जन शौचालय का निर्माण भी करवाया था। लेकिन कुछ वर्षो से निगम के इस महत्वपूर्ण एरिया पर लोगों का कब्जा है।

रिटायर कर्मचारियों का खेल

खेतान मार्केट से सटे म्यूनिसिपल बाजार की इस कीमती जमीन पर नगर निगम के एक दर्जन से अधिक रिटायर कर्मचारी और उनके परिवार के लोगों का कब्जा है। लोगों ने रहने के लिए झोपड़ी बना ली है। कुछ लोगों ने पक्का निर्माण भी करवा लिया है। जनता के लिए बनाए गए शौचालय को भी लोगों ने अपने कब्जे में ले लिया है।

अफसरों की रही मेहरबानी

नगर निगम के इस करोड़ों की कीमती जमीन पर रिटायर कर्मचारी और दूसरे लोगों के कब्जे पर नगर निगम के अफसरों की मेहरबानी रही है। सूत्रों का दावा है कि विभाग के जिम्मेदारों की मौन स्वीकृति की वजह से ही आजतक इस करोड़ों कीमती जमीन से अतिक्रमणकारियों को हटाया नहीं जा सका है।

कीमती जमीन पर कबाड़खाने का धंधा

इस प्राइम लोकेशन की जमीन पर कुछ लोग कबाड़खाने का व्यवसाय कर रहे हैं। वे शहर से कचरा और कबाड़ लेकर आते हैं और इसी स्थान पर स्टोर कर देते हैं। ये लोग कहां से आए और क्या व्यवसाय करते हैं। इसका किसी प्रकार का लेखा-जोखा नगर निगम और जिला प्रशासन के पास नहीं है। बताया गया कि कुछ लोग अपराधी प्रवृत्ति के भी हैं। जो इस एरिया में संरक्षण लिए हुए हैं। अतिक्रमणकारी निगम के जर्जर हो चुके बिल्डिंग और उसके सार्वजनिक शौचालय को कबाड़खाने के रूप में बदल चुके हैं।

निगम की जमीन पर अतिक्रमण के मामले से नगर निगम कमिश्नर को अवगत कराया जा चुका है। उन्होंने खुद मौके का विजिट किया है। भविष्य में इस जगह को अतिक्रमण मुक्त कराते हुए विकास के कार्य करवाए जाएंगे।

-संजय कुमार, सिटी मैनेजर, बांकीपुर अंचल, नगर निगम, पटना