एक अमरीकी अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है कि पूर्व में एरियाना होटल के नाम से जाने जाने वाले परिसर पर हमला हुआ है। सीआईए ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन अभी तक किसी के हताहत होने के समाचार नहीं मिले हैं।

खबरों के अनुसार रविवार की देर शाम अमरीकी परिसर में गोलियां चली हैं। अभी ये साफ नहीं है कि घटना परिसर के भीतर हुई है या परिसर के आस पास।

अमरीकी अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘‘ स्थिति अभी साफ नहीं है। जांच चल रही है.इस बारे में और जानकारी नहीं दी जा सकती.’’

अफ़गानिस्तान गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता का कहना था कि काबुल पुलिस ने एरियाना होटल के भीतर से कुछ मिनटों के लिए गोलियों की आवाज़ें सुनी थीं।

अफ़गान सुरक्षा बल इस परिसर में नहीं जा सकते क्योंकि ये परिसर गठबंधन सेना का है। यह परिसर काबुल के सबसे सुरक्षित इलाक़े में है जहां राष्ट्रपति भवन, अमरीकी दूतावास और नैटो का सैन्य ठिकाना है।

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब सिर्फ दो हफ्ते पहले चरमपंथियों ने अमरीकी दूतावास और काबुल में नैटो के मुख्यालय पर राकेट हथगोलों से हमला किया था। इस हमले में 25 लोग मारे गए थे और इसके लिए अमरीका ने हक्कानी नेटवर्क को ज़िम्मेदार ठहराया था।

अमरीका ने इस मामले में पाकिस्तान की खुफ़िया एजेंसी आईएसआई पर भी ऊंगली उठाई थी और कहा था कि वो हक्कानी नेटवर्क से मिली हुई है। हालांकि पाकिस्तान ने इसका खंडन किया है लेकिन मामला तूल पकड़ने के बाद पाकिस्तान ने अमरीका की यात्रा पर गई विदेश मंत्री हिना रब्बानी को बीच में ही वापस बुला लिया।

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