शहर के केंद्रीय भाग में स्थित विदेशी दूतावासों, नेटो सैन्य अड्डे और अफगान संसद के पास धमाके हुए हैं. अनेक जगह पर गोलीबारी हो रही है और शहर में अफरा-तफरी मची हुई है. केवल काबुल ही नहीं, पूर्वी शहर जलालाबाद में भी चार धमाके हुए हैं और स्थानीय टोलो टीवी के मुताबिक नेटो के नेतृत्व वाले प्रांतीय पुनिर्निर्माण दफ्तर में लड़ाई चल रही है.

तालेबान के एक प्रवक्ता का कहना है कि उसने कूटनितिक इलाके और संसद की इमारत पर हमले किए हैं. उसका ये भी कहना है कि कि लोगार और पकतीता में भी हमले किए गए हैं. उधर भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि काबुल में भारतीय दूतावास के सभी कर्मचारी सुरक्षित है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक संसद की इमारत के पास कई धमाके हुए हैं और सुरक्षाकर्मी कम से कम छह चरमपंथियों के साथ मुठभेड़ में जुटे हुए हैं. समाचार एजेंसियों और बीबीसी संवाददाता बिलाल सरवरी के मुताबिक विदेशी दूतावासों के साथ-साथ अफगान संसद के आसपास भी हमला हो रहा है और काबुल निवासी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं. अफगान खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने बीबीसी को बताया है कि उस इलाके में कई आत्मघाती हमलावर देखे गए हैं जो रॉकेटों के जरिए चलाए जाने वाले ग्रेनेड दाग रहे हैं.

अफगान संसद और रूसी दूतावास के करीब मशीनगनों से फायरिंग हो रही है. जर्मन दूतावास की ओर से धुँआ उठता देखा गया है. अमरीकी दूतावास के आसपास खतरे के सायरन बज रहे हैं और दूतावास के कर्मचारियों से कहा गया है कि वे सुरक्षित जगहों पर शरण लें.

समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार शहर में नए बने काबूल स्टार होटल में आग लग गई है.शहर में अनेक जगहों पर गोलीबारी चल रही है. गौरतलब है कि इस साल फरवरी में अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय पर हुए हमले के बाद ये काबुल में सबसे बड़ा हमला है.

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