- ड्राइवर और कंडक्टर ने कैसरबाग बस अड्डे के इंचार्ज को सौंपी रिपोर्ट

- बस्ती के पास चांदी और जेवरात से भरा बैग बस में मिला

LUCKNOW: कैसरबाग डिपो की एक बस में चांदी से भरा बैग पकड़ा गया है। जिस बस में चांदी मिली है, उसके ड्राइवर और कंडक्टर की जांच के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही परिवहन निगम ने उस एजेंसी को भी सजगता बरतने के निर्देश दिए हैं जो रोडवेज की बसों में माल बुक कर बाहर भेजती है।

इंचार्ज को दी जानकारी

कैसरबाग बस डिपो की बस यूपी 33 टी 4654 गोरखपुर से लखनऊ आ रही थी। बस में ड्राइवर मो। सईद और कंडक्टर सतीश चंद्र मौजूद थे। इन लोगों ने कैसरबाग बस अड्डे पहुंचने के बाद यहां इंचार्ज प्रमोद त्रिपाठी को इस बारे में पूरी जानकारी दी। दोनों ने बताया कि गोरखपुर से निकली जब बस्ती में रुकी तो अधिकांश यात्री नाश्ते के लिए उतर गए। वे लोग भी टॉयलेट करने चले गए। जब लौटे तो बस में पुलिस लगेज की जांच कर रही थी। इसी दौरान पुलिस ने एक बैग को लेकर यात्रियों और उनसे पूछताछ की। यात्रियों में से किसी ने बैग पर मालिकाना हक नहीं जताया।

सादे कागज पर कराए साइन

जब बस अड्डे पर इस बैग को खोला गया तो इसमें लगभग सात किलो चांदी मिली। कुछ सोने के आभूषण भी बैग में थे। पुलिस के अनुसार यह जेवर तस्करी कर लाए गए थे। जांच में जब ड्राइवर और कंडक्टर ने इंचार्ज को बताया कि पुलिस ने उनसे सादे कागज पर साइन कराए हैं। इस पूरे मामले की जानकारी परिवहन निगम के एमडी पी। गुरु प्रसाद को दी गई है। उन्होंने कैसरबाग डिपो के एआरएम से इन दोनों कर्मचारियों की डिटेल मांगी है।

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कैसरबाग बस अड्डे पर हुई थी जांच

परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार रोडवेज की बसों में अवैध रूप से सामान ले जाने की सूचना मुख्यालय को मिल रही थी। इसी के चलते परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक विपणन राजेश वर्मा ने कैसरबाग बस अड्डे पर उस एजेंसी की जांच की जो बसों में लगेज की बुकिंग का काम करती है। जांच में कहीं कोई अनियमितता नहीं मिलती है।