इस हादसे में 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों के मुताबिक मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है. फतेहपुर के उप जिलाधिकारी रामचन्द्र ने बताया कि घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य के दौरान रात को 20 से ज्यादा शव बरामद किए जाने के बाद मरने वालों की संख्या 63 तक पहुंच गई है. पुलिस व सेना की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.


कालका हादसा:साल की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना


गौरतलब है कि यह रेल हादसा फतेहपुर के निकट मलवा रेलवे स्टेशन के पास हुआ था. पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्टेशन से चलकर हरियाणा के कालका जाने वाली कालका एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. हादसे के वक्त रेलगाड़ी की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी.कालका मेल के 13 डिब्बे पटरी से उतर गए. इनमें से 3 से 4 डिब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए. डिब्बों में कई लोगों के फंसे होने की खबर है. हादसे में 100 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं.

ये हादसा रविवार दोपहर 12.20 बजे हुआ. कानपुर और इलाहाबाद से मेडिकल टीम घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई है. रेलवे ने ट्रेन में सफर कर रहे लोगों को दिक्कत नहीं हो इसके लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किए हैं.

कोलकाता 033-26411416, 033-26413660, कानपुर हेल्पलाइन नंबर है 0512- 2323015, 0512-2323016, 0512-2323018, मिर्जापुर हेल्पलाइन नंबर 0544-2220095/96/97, नई दिल्ली हेल्पलाइन नंबर: 011-23342954 , 23341074, 23962389, 23967332, एलाहाबाद: 0532-2407353, 2408128, फतेहपुर 05180- 222025, 222026, 222436, कानपुर: 0512-2323015, 2323016, 2323018, खुर्जा: 05738-253084, 253085



कालका हादसा:साल की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना

अब एक नजर 2000 से देश में हुई बड़ी रेल दुर्घटनाओं पर:

3 दिसंबर, 2000: कोलकाता से अमृतसर जा रही हावड़ा मेल पंजाब के सराय बंजारा और साधूगढ़ के बीच एक मालगाड़ी से टकरा जाने से 46 लोगों की मौत और 130 से अधिक लोग घायल हुए.

22 जून, 2001: मंगलोर-चेन्नई मेल के केरल के कडलुंडी नदी में गिर जाने से 40 लोगों की मौत.

5 जनवरी, 2002: सिकंदराबाद-मनमाड एक्सप्रेस के महाराष्ट्र के घाटनंदूर स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा जाने से 21 लोगों की मौत और 41 लोग घायल.

12 मई, 2002 : नई दिल्ली से पटना जा रही श्रमजीवी एक्सप्रेस के उत्तर प्रदेश के जौनपुर में पटरी से उतर जाने से 12 लोगों की मौत.

4 जून, 2002: कासगंज एक्सप्रेस के एक रेल क्रॉसिंग पर बस में टक्कर मार देने से 34 लोगों की मौत.

9 सितंबर, 2002: बिहार के औरंगाबाद जिले में हावड़ा से नयी दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस का एक डब्बा धावे नदी में गिरने से 100 लोगों की मौत और 150 लोग घायल.

10 सितंबर, 2002: कोलकाता से नई दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस के बिहार में एक पुल पर दुर्घटनाग्रस्त होने से 120 लोगों की मौत.

15 मई, 2003: पंजाब में लुधियाना के निकट फ्रंटियर मेल के तीन डब्बों में आग लगने से 38 लोगों की मौत और 13 लोग घायल.

22 जून, 2003: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के वैभववादी स्टेशन के आगे एक विशेष यात्री गाड़ी के पटरी से उतर जाने से 53 लोगों की मौत और 25 लोग घायल.

2 जुलाई, 2003: आंध्र प्रदेश के वारंगल में एक गाड़ी के इंजन और दो डब्बों के पुल से गिर जाने से 18 लोगों की मौत.

27 फरवरी, 2004: पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर जिले में एक मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर कंचनजंगा एक्सप्रेस के एक ट्रक में टक्कर मार देने से 30 लोगों की मौत.

15 दिसंबर, 2004: पंजाब के जालंधर के पास अहमदाबाद जा रही जम्मूतवी एक्सप्रेस और एक लोकल ट्रेन में हुई सीधी भिड़ंत में 11 महिलाओं समेत 34 लोगों की मौत और 50 लोग घायल.

9 नवंबर, 2006: पश्चिम बंगाल में हुई एक रेल दुर्घटना में लगभग 40 लोगों की मौत और 15 लोग घायल.

1 दिसंबर, 2006: बिहार के भागलपुर जिले में 150 साल पुराने पुल के एक गाड़ी पर गिर जाने से 35 लोगों की मौत और 17 लोग घायल.

14 नवंबर, 2009:
जयपुर के पास बस्सी शहर में दिल्ली जा रही मंडौर एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने से सात लोगों की मौत और 60 से अधिक लोग घायल.

हादसे के बाद ली गई तस्वीर को देखने के लिए स्लाइड-शो क्लिक करें.

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