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यन्हृक्कक्त्र: ट्यूजडे को सिटी में चुनावी माहौल के बीच अराजकतत्वों ने चैन और अमन बिगाड़ने की कोशिश की। अराजक तत्वों ने रावतपुर से निकल रही रथयात्रा के दौरान दो समुदाय के बीच हुई कहासुनी के दौरान भड़काऊ नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे गुस्साएं एक समुदाय के लोगों ने रथयात्रा पर पथराव कर दिया। इस पथराव में डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। इसी बीच किसी के हवाई फायरिंग करने से वहां भगदड़ मच गई। घटना की सूचना पर आरएएफ, पीएसी समेत कई थानों की फोर्स के साथ सीनियर ऑफिसर्स मौके पर पहुंच गए।

 

.और हालात हो गए बेकाबू

घटना स्थल पर पुलिस ऑफिसर्स के पहुंचने के बाद भी हालात पर काबू पाना मुश्किल हो गया। जब वे हालात को काबू नहीं कर पाए, तो डीएम और एसएसपी भी वहां पहुंचे और उनको समझाने की कोशिश की, लेकिन वे जिद पर अड़े रहे। अराजक तत्वों के दोबारा पथराव करने पर प्रशासन को रथयात्रा को वापस करना पड़ा। जिसके बाद वे शान्त हुए। हालांकि वहां पर सुरक्षा की दृष्टि से फोर्स तैनात कर दी गई है।

 

रथयात्रा के मार्ग को लेकर शुरू हुई कहासुनी

रावतपुर गांव में रामलला मंदिर में हर दिन हजारों भक्त दर्शन करने आते हैं। नवरात्रि में यहां पर भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। हर साल नवरात्रि के आखिरी दिन रामनवमी को यहां से रथयात्रा निकाली जाती है, जो इलाके में घूमकर मंदिर में समाप्त होती है। ट्यूजडे को राम नवमी होने पर भक्तों ने मंदिर से रथयात्रा निकाली। दोपहर करीब 3.45 बजे यात्रा सैय्यद नगर में सिटी मॉडल स्कूल के पास पहुंची, तो एक समुदाय के युवक ने रथयात्रा का मार्ग रोक लिया। उसने आयोजक से कहा कि यह रथयात्रा का मार्ग नहीं है। इसलिए वह अपने घर के बाहर से रथयात्रा नहीं जाने देगा। जिस पर रथयात्रा में शामिल कुछ लोग भड़क गए। उनकी युवक से कहासुनी होने लगी, तो उसकी तरफ से कई लोग वहां पहुंच गए। उसी दौरान वहां पर कुछ अराजकतत्वों ने भड़काऊ नारेबाजी शुरू कर दी। जिससे उनमें मारपीट की नौबत आ गई। जिससे गुस्साएं लोगों ने रथयात्रा पर पथराव कर दिया। रथयात्रा में शामिल लोगों ने रहमत उल्ला खां, उसके परिजन और साथियों पर झगड़ा शुरू करने का आरोप लगाया है।

 

ऑफिसर्स के पसीने छूटे

लोकसभा चुनाव के बीच रावतपुर गांव में रथयात्रा पर पथराव की सूचना से पुलिस और प्रशासन के होश उड़ गए। आनन-फानन में वहां पर पुलिस और प्रशासन के आला आफिसर्स मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दूसरे पक्ष को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे रथयात्रा को वापस करने की जिद पर अड़ गए। आफिसर्स ने लाठी पटक कर सख्ती करने की कोशिश की, तो उन लोगों ने दोबारा पथराव कर दिया। जिसे देख आफिसर्स बैकफुट पर आ गए। जिसके बाद उनको रथयात्रा को वापस करना पड़ा। इसके बाद भी कुछ अराजक तत्वों द्वारा रूक-रूक कर पथराव किया जाता रहा। इस पूरे घटनाक्रम से रथयात्रा में शामिल लोग नाराज हो गए। वहीं आफिसर्स ने उनकी नाराजगी दूर करने के लिए सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। देर रात तक एसएसपी सहित कई सीनियर पुलिस ऑफिसर्स घटनास्थल पर डटे रहे।

 

पथराव में दो मासूम समेत डेढ़ दर्जन लोग घायल

सैय्यद नगर में रथयात्रा में पथराव में डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। उनको इलाकाई लोगों ने हास्पिटल ले गए। जिसमें मासूम सोनू और ऋषभ का पत्थर लगने से सिर फट गया। सोनू रथयात्रा में भगवान हनुमान बना था, जबकि ऋषभ शिव जी बना था। इसके अलावा कुछ राहगीर भी चुटहिल हुए।

 

कई जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे

घटना की सूचना मिलते ही शहर के तमाम जनप्रतिनिधि अपनी चुनावी रोटियां सेंकने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। पब्लिक की सहानुभूति पाने के लिए थोड़ी ही देर में जनप्रतिनिधियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था।

 

'घटना की सूचना मिलते ही सभी सीनियर ऑफिसर्स फोर्स समेत मौके पर पहुंच गए थे। वहां पर दोनों पक्षों की बात समझी गई और मामले को शांत करा दिया गया। फिलहाल सुरक्षा के लिहाज से मौके पर फोर्स तैनात कर दी गई है। अराजक तत्वों की पहचान करके गिरफ्तारी की तैयारी की जा रही है.'

-आरके चतुर्वेदी, डीआईजी