भोपाल (पीटीआई)। कांग्रेस ने गुरुवार की रात को अनुभवी नेता कमलनाथ को मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के रूप में नामित किया। कांग्रेस पार्टी के प्रमुख राहुल गांधी ने नई दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक में चली लंबी बहस के बाद यह निर्णय लिया। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत पार्टी के कई बड़े नेता मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे। पार्टी के ऐलान के बाद नाथ ने कहा कि नए मुख्यमंत्री के रूप में वह कांग्रेस द्वारा किए गए सभी वादों को पूरा करेंगे और मध्यप्रदेश का भविष्य बेहतर बनाएंगे। उन्होंने बताया कि पद को लेकर पार्टी में कोई मतभेद नहीं है। इसके साथ नाथ ने सिंधिया का धन्यवाद किया और कहा कि उन्हें उनसे कोई समस्या नहीं है।

किसान के कर्ज पर भी कही बात
72 वर्षीय नाथ ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल आनंदबीन पटेल से शुक्रवार की सुबह 10.30 बजे मुलाकात की और उनके साथ सरकार बनाने व शपथ ग्रहण समारोह पर चर्चा की। एएनआई के मुताबिक, कमलनाथ 17 दिसंबर को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। कहा जा रहा है कि इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी उनके शपथ समारोह में मौजूद रहेंगे।बता दें कि जब किसान के कर्ज माफी के बारे में नाथ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह एक चुनौतीपूर्ण समय है और हम अपने 'वचन पत्र' में किए गए सभी वादों को पूरा करेंगे। गैरतलब है कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में कुल 230 सीटों में से 114 पर जीत हासिल की है और पार्टी को चार निर्दलीय और बीएसपी व एसपी के तीन विधायकों का समर्थन है, इसलिए पार्टी के पास कुल मिलाकर 121 सीटें हो गई हैं। एमपी में सरकार बनाने के लिए विधानसभा में 116 सीटों की जरुरत होती है।

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