- दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने किया रियलिटी चेक, गियर हैंडल की जगह सिर्फ लोहे की राड, लाइट तक नही, जुगाड़ से दौड़ रही बसें

KANPUR अगर आप शहर की किसी रोड पर चल रहे हैं तो चौकन्ना रहें, क्योंकि शहर की रोड्स पर 'सरकारी यमदूत' घूम रहे हैं। मंडे को बेनाझाबर चौराहे के पास अनियंत्रित रोडवेज बस ने युवक को कुचल दिया, जिसके बाद कई घंटे बवाल हुआ। ट्यूजडे को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने डिपो में रोडवेज बसों की हालत देखी तो लगा कि ये बसें 'सरकारी यमदूत' बन चुकी हैं। इनकी हालत बहुत खराब है। ऐसे में रोड पर ड्राइवर की जरा सी लापरवाही से लोगों की जान पर बन आती है।

रोडवेज के एक अधिकारी ने नाम न पब्लिश करने की शर्त पर बताया कि जुगाड़ से परिवहन निगम की बसें रोड पर दौड़ रहीं हैं। बरसात के दिनों में ये बसें और खतरनाक हो जाती हैं ट्यूजडे को रिपोर्टर ने फजलगंज, झकरकटी बस स्टेशन पर खड़ी बसों को चेक किया तो दिखा कि ड्राइवर के बैठने वाला हिस्सा अंदर से पूरी तरह जर्जर हो चुका है। गियर हैंडिल की जगह सिर्फ लोहे की रॉड लगी है। स्पीडोमीटर भी नहीं लगा है। बस चालकों ने खुद इस सच्चाई को कबूला कि दर्जनों बसें किसी तरह जुगाड़ से चल रही हैं।

पूरा नहीं मिलता मेंटीनेंस बजट

पूर्व परिवहन निगम अधिकारी वीके सिंह बताते हैं कि प्रत्येक डिपो में सर्विस सेंटर बने हैं। जहां बसों की हर चक्कर के बाद फिटनेस चेक की जाती है। बसों की मेंटीनेंस का बजट पर्याप्त न मिलने से फोरमैन बसों को जुगाड़ से चलने योग्य बना देता है।

कबाड़ बसें दौड़ रही रूट पर

जेएनएनयूआरएम योजना के तहत सालों पहले चलाई गई ख्70 बसों में लगभग डेढ़ सौ बसें मेंटीनेंस न होने से विकास नगर डिपो व फजलगंज डिपो में खड़ी-खड़ी कबाड़ हो चुकी थी। इन बसों को मेंटीनेंस कर दोबारा सड़क में चलाने के दौरान मुख्यालय से कोई बजट भी नहीं पास किया गया है। फिर भी अधिकारी रोज की कमाई से अन्य बसों का मेंटीनेंस करा चलने योग्य बना रहे हैं। ऐसे में सिर्फ बसों को किसी तरह चलने लायक बनाया गया है।

आपरेटिंग िसस्टम ध्वस्त

फजलगंज डिपो व झकरकटी बस में खड़ी किदवई नगर व हरदोई डिपो की क्ख् बसों की दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम ने पड़ताल की। सामने आया कि बसों की चेचिस और ऑपरेटिंग सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। बस में ओरिजनल गियर हैंडल, स्पीडोमीटर, इंडीकेटर व लाइटें तक नहीं है। किसी तरह दिन भर चलने के बाद यह बसें शाम होते ही डिपो में खड़ी हो जाती है।

आंकड़े

क्भ्0 जेएनएनयूआरएम की सिटी बसें

ख्9ब् प्राइवेट सिटी बसें दौड़ रहीं शहर में

फ्फ्ख् कानपुर में परिवहन निगम की बसें हैं

7ब्भ् अन्य रीजन की परिवहन निगम बसें हैं

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'कंडम बसों को शहर की सड़कों पर नहीं दौड़ने दिया जाएगा। परिवहन निगम, सरकारी सिटी बसों और प्राइवेट सिटी बसों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा.'

आदित्य त्रिपाठी, एआरटीओ, प्रशासन