पॉलिटिक्स ज्वाइन करने की खबर पर कंगना का ये है कहना
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KANPUR: पिछले महीने जब कंगना रनोट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सपोर्ट देते हुए कहा था कि वह डेमोक्रेसी के लिए एकदम सही लीडर हैं तो कयास लगाए जाने लगे थे कि वह पॉलिटिक्स में एंट्री लेने वाली हैं। कहा तो यह भी गया था कि उन्हें 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी से गुरदासपुर सीट का टिकट मिल सकता है, जिस सीट को 2014 में लेट विनोद खन्ना ने जीता था। अप्रैल 2017 में उनके निधन के बाद अक्टूबर 2017 में हुए उपचुनाव में यह सीट कांग्रेस ने जीत ली थी। इन खबरों पर कंगना का कहना है कि फिलहाल उनके हाथ कई कमिटमेंट्स से भरे हुए हैं पर वह फ्यूचर में पॉलिटिक्स ज्वॉइन करने के आइडिया के खिलाफ नहीं हैं।
कमिटमेंट्स पर फोकस
अपने पोलिटिकल एंबिशंस पर बात करते हुए कंगना ने कहा, 'मैं इस वक्त अपनी मूवीज मर्णिकर्णिका और मेंटल है क्या में बिजी हूं। हाल ही में मेरी अपकमिंग मूवी पंगा भी अनाउंस कर दी गई है। जब भी मैं पॉलिटिक्स का रास्ता चुनुंगी तो उसे पूरी सोफिस्टिकेशन, डिग्निटी और फोकस के साथ चुनुंगी। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो घबराते हुए कहते हैं कि पॉलिटिक्स बहुत डिमांडिंग होती है। मैं बहुत मतलबी साउंड करूंगी अगर मैं कहूं कि यह मेरे बस की बात नहीं है।'
देश के लिए रहें हमेशा तैयार
आजकल के यंगस्टर्स पॉलिटिक्स का हिस्सा बनने को लेकर थोड़ी झिझक महसूस करते हैं। इसको लेकर कंगना का कहना है, 'दुनिया में कई देश ऐसे हैं जहां हर सिटीजन को आर्मी ट्रेनिंग दी जाती है ताकि वे जरूरत पड़ने पर देश के काम आ सकें। हमें अपने देश में भी ऐसा कल्चर शुरू करना चाहिए। कल को अगर मुझपर कोई जिम्मेदारी आती है तो मुझे उसके लिए तैयार रहना होगा। हमारे देश का यूथ इंटैलिजेंट और तेज तर्रार है, हमें उनके सामने सही एग्जाम्पल सेट करने होंगे।'
'मैंने बहुत हाई स्टैंडर्ड्स सेट कर रखे हैं'
कंगना मानती हैं कि देश सेवा करना उनका सपना है। वह कहती हैं कि एक साथ आर्टिस्ट और पॉलिटीशियन की जिम्मेदारी निभाना समझदारी भरा फैसला नहीं होगा। उनका कहना है कि देश के लिए अगर सब कुछ छोड़ना भी पड़े तो यह बहुत छोटी कीमत होगी। कंगना के मुताबिक, 'अगर मुझे नेशनल सर्वेंट बनना है तो मैं फैमिली, बच्चे या कोई अल्टरनेट करियर नहीं रख सकती। एक पॉलिटीशियन को गवर्नमेंट सर्वेंट के अलावा और कुछ नहीं होना चाहिए। मैं मूवीज में इंटरेस्ट रखने वाली एक्टर के साथ-साथ पॉलिटिक्स में अपना फ्यूचर नहीं तलाश सकती। मैं नहीं चाहती कि देश सेवा के दौरान मेरे सामने किसी भी तरह का कोई टकराव पैदा हो फिर चाहे वे मुझसे मेरी फैमिली की उम्मीदें ही क्यों न हों। मैंने अपने लिए बहुत हाई स्टैंडर्ड्स सेट कर रखे हैं।'
KANPUR: पिछले महीने जब कंगना रनोट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सपोर्ट देते हुए कहा था कि वह डेमोक्रेसी के लिए एकदम सही लीडर हैं तो कयास लगाए जाने लगे थे कि वह पॉलिटिक्स में एंट्री लेने वाली हैं। कहा तो यह भी गया था कि उन्हें 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी से गुरदासपुर सीट का टिकट मिल सकता है, जिस सीट को 2014 में लेट विनोद खन्ना ने जीता था। अप्रैल 2017 में उनके निधन के बाद अक्टूबर 2017 में हुए उपचुनाव में यह सीट कांग्रेस ने जीत ली थी। इन खबरों पर कंगना का कहना है कि फिलहाल उनके हाथ कई कमिटमेंट्स से भरे हुए हैं पर वह फ्यूचर में पॉलिटिक्स ज्वॉइन करने के आइडिया के खिलाफ नहीं हैं।
अपने पोलिटिकल एंबिशंस पर बात करते हुए कंगना ने कहा, 'मैं इस वक्त अपनी मूवीज मर्णिकर्णिका और मेंटल है क्या में बिजी हूं। हाल ही में मेरी अपकमिंग मूवी पंगा भी अनाउंस कर दी गई है। जब भी मैं पॉलिटिक्स का रास्ता चुनुंगी तो उसे पूरी सोफिस्टिकेशन, डिग्निटी और फोकस के साथ चुनुंगी। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो घबराते हुए कहते हैं कि पॉलिटिक्स बहुत डिमांडिंग होती है। मैं बहुत मतलबी साउंड करूंगी अगर मैं कहूं कि यह मेरे बस की बात नहीं है।'
देश के लिए रहें हमेशा तैयार
आजकल के यंगस्टर्स पॉलिटिक्स का हिस्सा बनने को लेकर थोड़ी झिझक महसूस करते हैं। इसको लेकर कंगना का कहना है, 'दुनिया में कई देश ऐसे हैं जहां हर सिटीजन को आर्मी ट्रेनिंग दी जाती है ताकि वे जरूरत पड़ने पर देश के काम आ सकें। हमें अपने देश में भी ऐसा कल्चर शुरू करना चाहिए। कल को अगर मुझपर कोई जिम्मेदारी आती है तो मुझे उसके लिए तैयार रहना होगा। हमारे देश का यूथ इंटैलिजेंट और तेज तर्रार है, हमें उनके सामने सही एग्जाम्पल सेट करने होंगे।'
'मैंने बहुत हाई स्टैंडर्ड्स सेट कर रखे हैं'
कंगना मानती हैं कि देश सेवा करना उनका सपना है। वह कहती हैं कि एक साथ आर्टिस्ट और पॉलिटीशियन की जिम्मेदारी निभाना समझदारी भरा फैसला नहीं होगा। उनका कहना है कि देश के लिए अगर सब कुछ छोड़ना भी पड़े तो यह बहुत छोटी कीमत होगी। कंगना के मुताबिक, 'अगर मुझे नेशनल सर्वेंट बनना है तो मैं फैमिली, बच्चे या कोई अल्टरनेट करियर नहीं रख सकती। एक पॉलिटीशियन को गवर्नमेंट सर्वेंट के अलावा और कुछ नहीं होना चाहिए। मैं मूवीज में इंटरेस्ट रखने वाली एक्टर के साथ-साथ पॉलिटिक्स में अपना फ्यूचर नहीं तलाश सकती। मैं नहीं चाहती कि देश सेवा के दौरान मेरे सामने किसी भी तरह का कोई टकराव पैदा हो फिर चाहे वे मुझसे मेरी फैमिली की उम्मीदें ही क्यों न हों। मैंने अपने लिए बहुत हाई स्टैंडर्ड्स सेट कर रखे हैं।'
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