पशु उन्मूलन के लिए 21 करोड़ की लागत से तैयार होगा वन

Meerut। लखनऊ के तर्ज पर अब मेरठ में भी पशु पक्षियों की सुरक्षा और आश्रय के लिए उपवन तैयार किया जाएगा। कुंडा ग्राम में इस उपवन के लिए निगम द्वारा डीपीआर तैयार कर शासन को भी भेज दी गई है। करीब 21 करोड़ की लागत से बनाया जाने वाला यह उपवन मेरठ के लोगों के लिए हस्तिनापुर की तरह एक बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट साबित होगा।

गोवंशीय को मिलेगा आश्रय

कान्हा उपवन को मुख्यता गोवंशीय पशुओं की सुरक्षा, उपचार और आश्रय के लिए बनाया जाएगा। इसमें गोवंशीय पशुओं के साथ साथ पक्षियों की देख रेख का भी इंतजाम किया जाएगा। इसके लिए इन वन में पशु उपचार केंद्र भी तैयार किया जाएगा।

सात हजार वर्ग मीटर

इस उपवन के लिए निगम ने कुंडा ग्राम में करीब सात हजार वर्ग मीटर जमीन का अधिग्रहण कर 21.56 करोड़ की डीपीआर तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेज दी है। योजना को स्वीकृति मिलते ही अगले साल योजना पर काम शुरु हो जाएगा।

फव्वारे होंगे आकर्षण

इस उपवन में पशुओं के आश्रम के साथ साथ लोगों के आकर्षण के लिए हजार वर्ग मीटर का तालाब और जगह जगह फव्वारे लगाए जाएंगे। उपवन में लोगों को गोल्फ वाहन से सैर की सुविधा भी दी जाएगी। साथ ही साथ कैंटीन, झूले आदि मनोरंजन के लिए रहेंगे।

सोलर ऊर्जा से होगा संचालित

इस उपवन में रोशनी की व्यवस्था के लिए निम द्वारा 50 किलो वॉट का सोलर प्लांट स्थापित किया जाएगा। जिससे इस उपवन की विद्युत संबंधी आपूर्ति को पूरा किया जाएगा।

योजना तैयार है। बस स्वीकृति मिलते ही काम शुरु कर दिया जाएगा। मेरठ को इस उपवन से अलग पहचान मिलेगी।

मनोज त्रिपाठी, लेखाधिकारी निगम