स्लग: कांके के बोड़ेया में बने कोल्ड स्टोरेज भवन गिरने का खतरा बरकरार

-छत व पिलर हुए अलग-अलग, झुके कई बीम, दीवारें भी दरकीं

-दहशत में आसपास के लोग, खाली कराया जा रहा स्टोर

RANCHI(26 July): कांके के बोड़ेया गांव में बने कोल्ड स्टोरेज भवन से होने वाले अमोनिया गैस रिसाव के खतरे से पूरी तरह बचाव कर लिया गया है। एनडीआरएफ की टीम के बाद प्रशासन की टीम ने बचे हुए अमोनिया गैस को डिफ्यूज करते हुए बहा दिया है। इससे गैस का खतरा टल चुका है। लेकिन भवन गिरने का खतरा बरकरार है। आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है। भवन के छत और पिलर अलग हो गए हैं, कई बीम झुक चुके हैं। दीवारें भी दरक चुकी हैं। दीवारों के दरकने का सिलसिला जारी है। आसपास के लोगों को हटा दिया गया है। प्रशासन ने लोगों को वहां से दूर रहने का सुझाव दिया है।

दिल्ली की टीम पहुंची जांच करने

इसकी जांच के लिए बुधवार को भवन निर्माण विभाग दिल्ली की टीम कोल्ड स्टोरेज भवन की जांच करने पहुंची। टीम ने भवन की नींव पर पानी जाने से सख्त मनाही की। कहा कि भवन को अचानक गिरने से बचाने के लिए आसपास से पानी के बहाव को डायवर्ट करना होगा। कांके सीओ प्रभात भूषण के मुताबिक फिलहाल भवन को सुरक्षित रखने के उपाय किए जा रहे हैं। बाद में क्रेन से इसे गिरा दिया जाएगा। बाकि विभागीय काम और जांच की प्रक्रिया विभाग के स्तर से होगी।

भवन से हटाए जा रहे आलू और मकई

कोल्ड स्टोरेज भवन में रखे गए ख्क्00 मिट्रीक टन आलू और मकई की बोरियां हटाई जा रही हैं। आधे से अधिक हटाई जा चुकी हैं। एक दिन पहले ग्राउंड फ्लोर समेत अन्य तल्लों में रखी बोरियों में बीम सट गया था। जिसका झुकाव बढ़ता जा रहा है। बड़े हिस्से में दरार आ गई है, जो इस बारिश में बढ़ती जा रही है। इस कोल्ड स्टोरेज की शुरुआत अभी मात्र ढाई माह पूर्व अप्रैल में ही हुई है। जबकि निर्माण कार्य पूरा हुए लगभग डेढ़ वर्ष हुए हैं।