-मानसून आने को और अब किए गए नाला बनाने के टेंडर

-पिछले साल जुलाई में कल्याणपुर-बिठूर व मैनावती मार्ग के आसपास इलाके हो गए थे जलमग्न

-घरों में भर गया था और लोग आ गए थे सड़क

KANPUR: पिछले साल जुलाई का मंजर मैनावती मार्ग और कल्याणपुर-बिठूर मार्ग के आसपास रहने वाले लोग शायद अभी भी नहीं भूले होंगे, जब घरों के अन्दर पानी था और वे लोग सड़क पर आ गए थे। ये हालात एक-दो दिन नहीं, बल्कि एक हफ्ते तक बने रहे थे। बावजूद इसके इस साल ऑफिसर्स की लापरवाही जारी है। मानसून आने से ठीक पहले नाला बनाने के टेंडर कर रहे हैं। जब तक वे नाला बनाने की शुरूआत करेंगे, तब तक कहीं हालात पिछले साल जैसे ही ना हो जाएं।

दरअसल पिछले साल ख्ख् जुलाई की शाम हुई बरसात के बाद कल्याणपुर-बिठूर रोड व मैनावती मार्ग के दोनों तरफ बसे इलाके जलमग्न हो गए थे। हजारों घरों स्कूल्स आदि में पानी भर गया था। लोग ऑफिस नहीं जा पाए, बच्चे स्कूल नहीं जा पाए। घर का सामान अलग खराब हुआ। लेकिन कोई सुनवाई ना होने पर लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने जाम लगा दिया। सड़क खोद दी। इससे एक-दो मोहल्लों की समस्या खत्म हुई तो मैनावती मार्ग के आसपास बसे मोहल्लों में पानी कई-कई फुट तक भर गया। गुस्साएं लोग सड़क पर बैठ गए। जिसके पुलिस, प्रशासन, नगर निगम, केडीए सब हरकत में आ गए। लोगों के गुस्से के आगे उन्हें मैनावती मार्ग तक खोदनी पड़ी। तब कहीं जाकर समस्या हल हुई। उस समय ऑफिसर्स ने सिंहपुर तिराहा से डीपीएस स्कूल आजाद नगर तक नाला बनाकर वाटर लागिंग की समस्या हमेशा के लिए हल करने का भरोसा दिलाया था। लेकिन इसके बाद शायद ऑफिसर्स भूल गए। अब कहीं जाकर इरीगेशन डिपार्टमेंट के गंगा बैराज यूनिट ने सिंहपुर तिराहा से डीपीएस तक पक्का नाला बनाने के लिए टेंडर कॉल किए है। जाहिर है टेंडर पड़ने, खुलने तक बरसात आ जाएगी। क्योंकि मौसम वैज्ञानिक जून के लास्ट में मानसून सिटी में आने के दावे कर रहे है। यानि कि ऑफिसर्स की लापरवाही एकबार फिर कल्याणपुर-बिठूर रोड व मैनावती मार्ग के आसपास बसे मोहल्लों के लिए भारी पड़ सकती है। उन्हें बरसात में जबरदस्त वाटर लागिंग से जूझना पड़ सकता है। इधर नगर निगम भी नाला सफाई में लापरवाही कर रहा है। मानसून आने को अब ख्0 दिन भी नहीं बचे है अभी नाला सफाई का काम म्0 फीसदी भी नहीं हुआ है। निगम के सोर्सेज के मुताबिक क्0 नालों की सफाई अभी तक शुरू नहीं हुई या फिर बिल्कुल शुरूआती स्टेज पर है। जाहिर है इन हालातों में अगर मानसून टाइम से सिटी में आ गया तो कानपुराइट्स को जबरदस्त जलभराव से जूझना पड़ेगा।