कराची से क़रीब 15 किलोमीटर दूर समुद्री तट पर स्थित परमाणु बिजली घर में बुधवार को उस समय आपात स्थिति लागू कर दी गई थी, जब संयंत्र के एक पाइप से ‘हैवी वॉटर’ का रिसाव हुआ।

पाकिस्तानी सरकार ने इस घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी को भेज दी है और इसको एक सामान्य घटना बताया है।

पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर अंसर परवेज़ ने बीबीसी को बताया कि संयंत्र में एक लाख 30 हज़ार किलोग्राम हैवी वॉटर है और पाइप में एक जगह थोड़ा का रिसाव हुआ और हैवी वॉटर निकलना शुरू हो गया।

आश्वासन

उन्होंने कहा, “एक सीमा तक पानी के रिसाव को बर्दाश्त किया जा सकता और अगर इससे थोड़ा सा रिसाव हो तो आपात स्थिति की घोषणा कर देनी चाहिए क्योंकि यह पानी बहुत क़ीमती है.” उन्होंने कहा कि संयंत्र को बंद कर दिया गया है और तब तक बंद रहेगा जब तक इस यह आश्वासन नहीं मिल जाता है कि और घटना नहीं होगी।

कराची स्थित परमाणु बिजली संयंत्र पाकिस्तान परमाणु प्राधिकरण के तहत काम करता है। डॉक्टर अंसर परवेज़ के मुताबिक़ प्राधिकरण ने संयंत्र को दो साल का लाइसेंस दिया है जो दिसंबर तक वैध है।

कराची का परमाणु संयंत्र 1972 में देश में बिजली की मांग पूरी करने के लिए लगाया गया था और पहले 137 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होता था जो अब केवल 80 मेगावॉट रह गया है।

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