- बुधादित्य योग, सर्वार्थ सिद्धियोग और मित्र योग का दुर्लभ संयोग

- ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा का रोहिणी नक्षत्र में उदय होने से दंपत्ति में बढ़ेगा प्रेम

BAREILLY : कार्तिक कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य के लिए 19 अक्टूबर को को सुहागिनें करवा चौथ का व्रत रखेंगी। इस बार ग्रहों व नक्षत्रों की चाल कुछ इस तरह बदली है कि यह करवा चौथ सुहागिनों के लिए शुभ व फलदायी होने वाला है। ज्योतिषाचार्य संभावना जता रहे हैं कि, कई वर्ष के बाद चंद्र और सूर्य के नक्षत्रों का एक साथ संयोग बन रहा है, जो सुहागिनों की मुरादें पूरी करेगा।

बुध और गुरु होंगे कन्या में

इस बार करवा चौथ दुर्लभ संयोग लेकर आने वाला है। इस बार ग्रहों की चाल से सर्वार्थ सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है। साथ ही गुरु और बुध कन्या राशि पर हैं और चंद्रमा वृष राशि पर है, जो शुक्र की राशि है। इस दिन कृतिका और रोहिणी दोनों नक्षत्र एक साथ रहेंगे। कृतिका के देवता कार्तिकेय हैं और नक्षत्र स्वामी सूर्य है। रोहिणी के नक्षत्र स्वामी चंद्रमा हैं। इस तरह सूर्य और चंद्रमा के नक्षत्रों का संयोग हुआ है जो कई वर्षो के बाद करवाचौथ पर बन रहा है। वहीं, इसी दिन सुबह सूर्योदय से मित्र योग और बुधादित्य योग भी दिन भर रहेगा। जो रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे।

पति-पत्‍‌नी में बढ़ेगा प्रेम

धर्म ग्रंथों के मुताबिक ज्योतिष शास्त्र के 27 नक्षत्र चंद्रमा की पत्‍ि‌नयां हैं। रोहिणी चंद्रमा की प्रिय पत्‍‌नी हैं। रोहिणी नक्षत्र में चंद्रोदय होने से पति-पत्‍‌नी में प्रेम और घर में सुख-समृद्धि बढ़ेगी। इस नक्षत्र में चंद्रमा की पूजा से स्त्रियों के रोग और शोक दूर होंगे। किए गए कार्यो का पूरा फल मिलेगा। बुधादित्य योग से खरीदारी भी शुभ रहेगी। ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि 19 अक्टूबर को मध्यरात्रि 12:49 बजे तक है। इस दिन चंद्रोदय रात में 8:27 बजे होगा। इसी समय चंद्रमा को विधि विधान से पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ सुहागिनें चंद्रमा को अ‌र्घ्य दान करेंगी और पति को निरोगी और लंबी आयु की कामना करेंगी।

इस वर्ष करवा चौथ पर महिलाओं की मनोकामना पूरा करने वाले शुभ संयोग एक साथ बन रहे हैं, जो कई वर्षो बाद करवा चौथ पर बना है। महिलाएं विधि विधान से पूजन करें।

पं। राजीव शर्मा, ज्योतिषाचार्य, बाला जी ज्योतिष संस्थान