कश्मीर पर फिर पुराना राग

पाकिस्तान आर्मी चीफ राहील शरीफ ने कल इस्लामाबाद स्थित डिफेंस यूनिवर्सिटी में बयान देते हुए कहा कि कश्मीर पाकिस्तान का अधूरा एजेंडा है. इसे पाकिस्तान से किसी भी तरह से अलग नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि पाक सरकार पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में शांति चाहती है. सयुंक्त राष्ट्र प्रस्ताव का हवाला देते हुए जनरल शरीफ ने कहा कि हम कश्मीरियों की उम्मीदों के अनुसार इस क्षेत्र में स्टेबिलिटी लाना चाहते हैं. पाक सेना इस क्षेत्र में किसी भी कीमत पर अशांति नहीं मचने देगी. भारत ने जताया कड़ा विरोध

पाकिस्तान के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए भारतीय विदेशमंत्री किरण रिजीजु ने कहा कि वह ऐसे बयानों पर टिप्पणी करके उन्हें बिना वजह का महत्व नहीं देना चाहते. लेकिन केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पाकिस्तान इस मामले में शरारत करने की कोशिश कर रहा है. हाल ही में पाकिस्तान ने कराची और बलुचिस्तान में होने वाली हत्याओं के लिए भी रॉ को जिम्मेदार ठहराया है.

पार्रिकर के बयान का असर

हाल ही में रक्षामंत्री मनोहर पार्रिकर ने कश्मीर में पाक समर्थित आतंकवाद से निपटने के लिए आतंकियों का प्रयोग करने के संकेत दिए थे. इसने पाकिस्तान को इख्वानिया कल्चर की याद दिला दी है जब इख्वानिया लड़ाकों ने पाक समर्थित आतंकियों के छक्के छुड़ा दिए थे. ऐसे में पाकिस्तान पहले से ज्यादा सतर्क हो गया है.

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