निगम की ओर से 1.50 करोड़ का एस्टीमेट तैयार, तिलक इंटर कॉलेज में निर्माण का प्रस्ताव

कार्यकारिणी ने स्कूल की जगह बदलने को साजिश करार दिया, 22 जून की बैठक में होगा विरोध

BAREILLY:

कस्तूरबा नगर निगम ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज को शिफ्ट किए जाने की नगर निगम की कोशिशों पर विवाद के बादल गहराने लगे हैं। निगम की ओर से स्कूल की जर्जर होती जा रही इमारत का हवाला देते हुए इसे शिफ्ट कर तिलक इंटर कॉलेज परिसर में नए सिरे से बनवाने की तैयारी है। इसे लेकर कार्यकारिणी ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिए हैं। कार्यकारिणी ने कस्तूरबा स्कूल की जमीन को छोड़े जाने के निगम के फैसले को सीधे तौर पर साजिश करार दिया है। कार्यकारिणी सदस्य राजेश अग्रवाल ने कहा कि निगम के इस फैसले के खिलाफ 22 जून को होने वाली बैठक में विरोध जताने के पूरे मूड में है।

600 बच्चों के भविष्य पर सवाल

कस्तूरबा नगर निगम ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज वक्फ की जमीन पर बना हुआ है। समय बीतने के साथ इमारत काफी कमजोर पड़ गई। अप्रैल में आए भूकंप के झटकों से स्कूल की इमारत बेहद कमजोर पड़ गई। इस पर स्कूल के टीचर्स और स्टूडेंट्स निगम में मेयर डॉ। आईएस तोमर से आकर मिले। वहीं वक्फ के संरक्षक भी पिछले काफी समय से करोड़ों की इस जमीन को खाली करने व स्कूल शिफ्ट करने को लेकर निगम को नई इमारत का निर्माण खर्च देने का ऑफर दिया है, जिस पर निगम ने स्कूल को तिलक इंटर कॉलेज परिसर में शिफ्ट करने की सोची है। निगम ने स्कूल का नक्शा बनाने व इस पर होने वाले खर्च का एस्टीमेट 1.50 करोड़ बनाया है।

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बिना प्रस्ताव कार्यकारिणी का एजेंडा

नगर निगम ने अपने कारनामों की फेहरिस्त में एक अनोखा रिकॉर्ड जोड़ लिया है। निगम में करीब पौने दो महीने बाद 22 जून को कार्यकारिणी की अहम बैठक होने जा रही है। लेकिन हैरत की बात कि बैठक के लिए तैयार होने वाले एजेंडे में एक भी प्रस्ताव नहीं लगा है। निगम प्रशासन ने बिना प्रस्ताव वाला एजेंडा ही कार्यकारिणी के मेंबर्स में बंटवा दिया है। कार्यकारिणी के मेंबर्स में इसे लेकर भी जबरदस्त नाराजगी है। सदस्य राजेश अग्रवाल ने बताया कि यह पहला मौका होगा जब निगम की इतनी अहम बैठक में एजेंडे में एक भी प्रस्ताव निगम की ओर से नहीं लगाया गया। जबकि शहर सफाई, गंदगी, पानी व कूड़ा जैसी समस्याओं से जूझ रहा है।

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