हण्डिया माटी कथक महोत्सव का तीसरा दिन

गण्डाबन्द शागिर्द समारोह व स्मारक पूजा का हुआ आयोजन

ALLAHABAD: हण्डिया माटी कथक महोत्सव का रविवार का दिन खास रहा। महोत्सव के तीसरे दिन कथक सम्राट पं। बिरजू महाराज के पैतृक गांव किचकिला में गण्डाबन्द शागिर्द समारोह व स्मारक पूजा का आयोजन किया गया। पं। बिरजू महाराज की शिष्या उर्मिला शर्मा ने गण्डाबन्द परंपरा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु शिष्य परंपरा को सहेजना हम सब का कर्तव्य होना चाहिए। यही वजह रही कि उन्होंने किचकिला गांव में गण्डाबन्द परंपरा का श्रीगणेश करने वाले ईश्वरी प्रसाद की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अपनी शिष्याओं को रक्षा सूत्र बांधा। उन्होंने श्रेया, आद्या, सुगंधा, उत्सव, उन्नति, पूजा, मनीषा, आस्था व उत्कर्ष आदि शिष्यों को परंपरा को सुरक्षित करने का संकल्प भी दिलाया। महोत्सव के मुख्य अतिथि उज्जैन से आए पं। श्रीधर व्यास व उर्मिला शर्मा ने ईश्वरी प्रसाद के स्मारक की पूजा की। स्मारक को गंगाजल से शुद्ध किया गया और उस पर चादर चढ़ाई गई। पं। श्रीधर व्यास ने मंत्रोच्चारण कर स्मारक का पूजन-अर्चन किया। संचालन हरि नारायण मिश्र ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ भेंटकर सम्मानित किया। इस मौके पर अमन मिश्र, श्याम लाल गुप्ता, राकेश आदि मौजूद रहे।