- 60वें महोत्सव में पांच विशिष्ट हुए सम्मानित

- सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकारों का जलवा

PATNA CITY : प्राचीन संस्कृति, सभ्यता, मानक नैतिक व अध्यात्मिक परंपराओं को जानने-समझने में कौमुदी महोत्सव जैसे आयोजनों का बड़ा इंपॉर्टेस है। ये बातें सांसद आरसीपी सिन्हा ने संडे को हाजीगंज स्थित शांति श्री भवन अरोड़ा हाउस में आयोजित म्0वें कौमुदी महोत्सव के इनॉगरेशन के दौरान कही। मंच संचालन अनंत अरोड़ा ने किया। कार्यक्रम संयोजक विश्वनाथ शुक्ल चंचल ने गेस्ट का वेलकम किया। कौमुदी महोत्सव पर सुरेंद्र मिश्र ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच कार्यक्रम की शुरुआत की।

महोत्सव गौरवशाली परंपरा का अंग

बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा। अनिल सुलभ ने अध्यक्षता करते हुए पाटलिपुत्र कीसांस्कृतिक परंपरा पर प्रकाश डाला और कहा कि महोत्सव पटना सिटी के गौरवशाली परंपरा का अंग रहा है। विधान पार्षद ललन सर्राफ व रणवीर नंदन ने कहा कि किसी भी संस्था के लिए म्0 वर्षो तक कार्यक्रम को अनवरत करना काफी महत्वपूर्ण है। कौमुदी महोत्सव में भारतीय सभ्यता व संस्कृति झलकती है। इस मौके पर समाज में विशिष्ट कार्य के लिए चिकित्सक डा। साह अद्वैत कृष्ण, डा। बी.बी। गोलवारा, ओमप्रकाश पाटेश्वरी, राजीव कुमार सिन्हा, रामनंदन श्रीवास्तव उर्फ मुरारी बाबू को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।

कल्चरल प्रोग्राम में समां बांधा

महोत्सव में आयोजित कल्चरल प्रोग्राम में लोक गायक अजीत अकेला, सुगम संगीत देवाशीष राय, युगल कत्थक नृत्य सुश्री वर्षा मिश्रा व शिवानी मिश्रा, गायन सुरुचि मिश्रा, लोक संगीत अन्नपूर्णा देवी व उर्मिला मिश्रा ने प्रस्तुत किये। तबला पर गोकुल प्रसाद मिश्रा व शिवम मिश्रा ने संगत किये। वहीं वायलिन पर हर्षित मिश्रा ने प्रस्तुति की। गायक अमरेश कुमार ने दर्शकों का मन मोहा। कार्यक्रम में विशिष्ट लोगों में राजेंद्र प्रसाद मंजूल, शिव प्रसाद मोदी, आनंद मोहन झा, ईश्वर अग्रवाल, विनोद यादव, राजा गुप्ता, पूर्व उपमहापौर संतोष मेहता, अंजनी पटेल समेत अन्य थे। विजय नारायण झा के धन्यवाद ज्ञापन किया।