बीएसए कार्यालय के बाहर पकड़े गए तीन शिक्षक

65 हजार नकद, आई फोन व लग्जरी वाहन बरामद

बीएसए सहित तीन लिपिकों से तार जुड़ने की भी संभावना

KAUSHAMBI:

एसओजी टीम ने प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों को मनचाही तैनाती दिलाने के एवज में वसूली करने वाले एक गैंग का शनिवार को खुलासा किया। बीएसए दफ्तर के पास पकड़े गए गैंग में शामिल तीनों शिक्षक हैं। तीनों से पूछताछ के बाद एसओजी मामले में बीएसए और उनके दफ्तर में तैनात तीन लिपिकों की भूमिका भी संदिग्ध मान रही है। बहरहाल, पूरे मामले की पड़ताल जारी है।

शिक्षक विभाग में थे सक्रिय

शिक्षकों के स्थानांतरण व नए शिक्षकों को मनचाहा विद्यालय दिलाने के नाम पर वसूली का खेल बीएसए कार्यालय में चल रहा है। इसका खुलासा शनिवार को एसओजी टीम ने तीन शिक्षकों को पकड़कर किया। पकड़े गए शिक्षकों में पंसौर मूरतगंज में तैनात शिक्षक कैलाश पुत्र गुरु प्रसाद निवासी सचवारा करारी, रसूलपुर सोनी प्राथमिक विद्यालय में तैनात महेंद्र सिंह पुत्र अमर सिंह निवासी कोलुहा बैरमपुर पश्मिमशरीरा व उनकाएक साथी शामिल हैं। उनके पास से एक लिस्ट मिली है, जिसमें कई शिक्षकों के नाम लिखे थे। तलाशी में पुलिस को एक आरोपी के पास से 65 हजार नकद, आई फोन मिला है।

पकड़े गए लोगों से पूछताछ जारी

एक लग्जरी गाड़ी भी उनसे बरामद की गई है। एसओजी सभी से पूछताछ कर रही है और उनके नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाने में लगी है। टीम इनके द्वारा अब तक कितने शिक्षकों का स्थानांतरण कराया गया है और विभाग के किन कर्मचारियों की मिलीभगत से यह खेल होता था, इसकी भी जांच कर रही है। एएसपी ओपी पांडेय ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर एसओजी प्रभारी नागेंद्र सिंह ने बीएसए कार्यालय के पास से तीन शिक्षकों को पकड़ा है। पकड़े गए शिक्षकों के पास से नकदी, महंगे स्मार्ट फोन व एक लग्जरी गाड़ी मिली है। बीएसए और तीनों लिपिकों से भी पूछताछ हुई है।

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क्या कहते हैं बीएसए

बीएसए अशोक यादव का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि कुछ लोग उनके नाम पर वसूली कर रहे हैं। इसकी जांच की जाएगी। तलाशी के दौरान एएसपी के मोबाइल पर फोन करने को उन्होंने इत्तेफाक बताया।