- हरिद्वार पहुंचने लगे कांवडि़ये, प्रशासन ने पूरे किए इंतजाम

- कांवड़ मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टरों में बांटा, 10 हजार जवान तैनात

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HARIDWAR: श्रावण मास की शुरुआत आज से हो रही है। धर्मनगरी हरिद्वार में कांवड़ मेले के लिए कांवडि़यों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। वेडनसडे से शुरू होने वाले कांवड़ मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा के लिहाज से मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टरों में बांटा गया है। पुलिस, पीएसी और अ‌र्द्धसैनिक बलों को मिलाकर करीब 10 हजार जवान मेला ड्यूटी में तैनात हैं।

12 दिन तक चलेगा कांवड़ मेला
श्रावण मास का प्रमुख धार्मिक आयोजन कांवड़ मेला वेडनसडे से शुरू होगा। करीब 12 दिन चलने वाले इस मेले में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान व हिमाचल प्रदेश से इस बार तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। हरिद्वार पहुंचने वाले शिवभक्तों की टोलियां हरकी पैड़ी से गंगा जल लेकर भोले के जयकारों के साथ गंतव्यों को रवाना होंगी। पैदल कांवडि़यों के अलावा लाखों की संख्या में दोपहिया व चौपहिया वाहनों से डाक कांवड़ में भी शिवभक्त हरिद्वार से गंगा जल लेकर जाएंगे। 30 जुलाई को महाशिवरात्रि पर शिवालयों में गंगा जल से भगवान आशुतोष का अभिषेक होने के साथ ही कांवड़ मेले का समापन हो जाएगा। कांवड़ मेले के लिए चार अस्थायी बस अड्डे बनाए गए है। ऋषिकुल, हरिराम आर्य इंटर कॉलेज कनखल, मोतीचूर और चंडी घाट के नीचे गौरी शंकर द्वीप में अस्थायी बस अड्डा बनाया गया है। 17 जुलाई से मेला समाप्ति तक रोडवेज बसों का संचालन इन्हीं बस अड्डों से होगा। दो पहिया वाहनों के लिए रोड़ीबेलवाला में पार्किंग रहेगी।

इस साल कांवड़ की अहम तारीखें

सावन की शुरुआत: 17 जुलाई

पहला सोमवार: 22 जुलाई

दूसरा सोमवार: 29 जुलाई

शिवरात्रि: 30 जुलाई (मंगलवार)

तीसरा सोमवार: पांच अगस्त

चौथा सोमवार: 12 अगस्त

सावन का अंतिम दिन और रक्षा बंधन: 15 अगस्त