- तीन अगस्त को खत्म होगा पंचक

- धर्मनगरी में हर जगह नजर आ रहे हैं कांवडि़ये

HARIDWAR: हरिद्वार में भोले के भक्त पहुंचने लगे हैं। हालांकि पंचक तीन अगस्त को खत्म होगा, लेकिन इससे पहले धर्मनगरी केसरिया रंग में रंगने लगी है। कांवडि़यों की संख्या में लगातार इजाफा होने लगा है। इन दिनों धर्मनगरी में हर जगह कांवडि़ये नजर आ रहे हैं। विभिन्न प्रांतों से आए कांवडि़ये धर्मनगरी में डेरा डाले हुए हैं।

धर्मनगरी में हर तरफ कांवडि़यों का रैला

कांवड़ मेले के दौरान आस्था के कई रंग रूप देखने को मिल रहे हैं। हरकी पैड़ी, मुख्य कांवड़ मेला बाजार पंतद्वीप, बस अड्डा, रेलवे स्टेशन समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों पर कांवडि़यों की चौपालें सजी हुई हैं। एक छोर से दूसरे तक कांवडि़ये डग भर रहे हैं और फुर्सत के क्षणों में विभिन्न जगहों पर सामूहिक रूप से डेरा भी डाल रहे हैं। कांवड़ मेले के चौथे दिन ही 58 लाख से अधिक कांवडि़ए जल लेकर यहां से रवाना हो चुके हैं। हरकी पैड़ी सहित तमाम गंगा घाटों पर भगवा वस्त्र पहने कांवडि़ए ही नजर आ रहे हैं। तमाम बसों, ट्रेन व निजी वाहनों से रोजाना लाखों कांवडि़ये हरिद्वार पहुंच रहे हैं। अधिकांश कांवडि़ये पंचक के नियमों को मानते हैं, इसलिए पंचक समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं। कांवडि़एं अभी नीलकंठ महादेव व अन्य मंदिरों के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित करने में लगे हैं। तीन अगस्त को पंचक समाप्त होने के बाद कांवडि़यों की वापसी तेज होगी। इधर, कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। चिकित्सा शिविरों में सरकारी अस्पताल के चिकित्सक 24 घंटे सेवाएं दे रहे हैं।

कांवडि़यों के गुटों में मारपीट

रोड़ीबेलवाला के पास कांवडि़यों के दो गुटों में मारपीट हो गई। पुलिस ने डांट फटकार कर कांवडि़यों को वहां से हटाया। मंगलवार को रोहतक के कुछ कांवडि़ये गंगा जल लेकर जा रहे थे। इसी बीच दो कांवडि़यों से एक कांवडि़यां टकरा गया। जिससे गंगा जल नीचे गिर गया। इसी बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। पुलिस ने बीचबचाव कर उन्हें वहां से हटाया।

किश्ती नाले में डूबने से कांवडि़ये की मौत

BAHADRABAD: दिल्ली निवासी एक कांवडि़ये की बहादराबाद के किश्ती नाले में डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने मंगलवार को पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस के अनुसार अमित (19) पुत्र राम अवधेश निवासी सी-286 जीपी ब्लॉक प्रीतमपुरा, दिल्ली अपने साथियों के साथ गंगाजल लेने हरिद्वार आया था। हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौटने के दौरान सोमवार देर शाम वह साथियों के साथ बहादराबाद पहुंचा। जल विज्ञान अनुसंधान केंद्र के पास लगे भंडारे पर आराम करने के बाद वह अपने दोस्तों के साथ किश्ती नाले में स्नान करने चला गया था। तभी नहाते समय अमित अचानक डूबने लगा। जिससे उसकी मौत हो गई।