- जमीन की फाइल गायब होने से पराग डेयरी का पास नहीं हो पा रहा मैप

- पराग डेयरी का फैक्ट्री एक्ट में रजिस्ट्रेशन व एनओसी लटकी

यन्हृक्कक्त्र: पराग डेयरी की जमीन की फाइल अभी तक गायब है। ये फाइल न तो केडीए खोज सका है और न ही नगर निगम तलाश सका है। जमीन के कागजात न होने से केडीए से पराग डेयरी के नए प्लांट्स के लिए की बिल्डिंग्स का मैप पास नहीं हो पा रहा है। इस समस्या के हल के लिए मामला केडीए बोर्ड ले जाने की तैयारी हो रही है। जिससे पराग डेयरी को नए प्लांट के संचालन के लिए जरूरी रजिस्ट्रेशन, एनओसी आदि समस्या भी हल हो सके।

फैक्ट्री एक्ट में रजिस्ट्रेशन लटका

पराग डेयरी को 60 के दशक तत्कालीन इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट से जमीन मिली थी। पराग डेयरी में मिल्क प्लांट सहित अन्य बिल्डिंग का मैप का 90 के दशक में केडीए से पास कराया गया था। करीब तीन वर्ष से बन्द पड़े पराग डेयरी में नए मिल्क व पाउंडर प्लांट लगाने के लिए स्टेट गवर्नमेंट से 154 करोड़ रुपए मिले थे। केडीए से कंडीशनल मैप पास कराकर पराग डेयरी में नए प्लांट्स की बिल्डिंग बनाई जा रही है। ये काम अंतिम दौर में है। पर समस्या ये है कि मैप पास न होने के कारण पराग डेयरी का फैक्ट्री एक्ट में रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है, साथ ही कई अन्य डिपार्टमेंट से एनओसी भी नहीं मिल पा रही है। जिनके बिना नए प्लांट्स का संचालन नहीं किया जा सकता है।

प्रमुख सचिव के कड़े तेवर भी फेल

पराग डेयरी के ऑफिसर्स यह मामला प्रमुख सचिव तक ले गए थे। उन्होंने कमिश्नर ऑफिस में केडीए, नगर निगम ऑफिसर्स के साथ जमीन के कागजातों को लेकर मीटिंग की, पर उनके कड़े तेवरों के बावजूद भी अभी तक नगर निगम व केडीए पराग डेयरी की जमीन के कागजात तलाश नहीं सके। बिना कागजातों के केडीए पराग डेयरी का मैप भी पास नहीं कर पा रहा है। अब इस मामले को सुलझाने के लिए अगली केडीए बोर्ड में मामला ले जाने की तैयारी हो रही है। जिससे पराग डेयरी का मैप पास हो सके। उसे संचालन के लिए जरूरी एनओसी व फैक्ट्री एक्ट में रजिस्ट्रेशन मिल सके।

''केडीए व नगर निगम के काफी प्रयासों के बाद पराग डेयरी की जमीन की फाइल नहीं मिल सकी। पराग डेयरी के ऑफिसर्स भी फाइल उपलब्ध नहीं करा सके है। पर केडीए से पूर्व में पास हुए पराग डेयरी व अन्य कागजातों में दर्ज पराग डेयरी की जमीन के बेस पर केडीए बोर्ड में प्रपोजल ले जाएगा.''

केपी सिंह, सेक्रेटरी, केडीए