DEHRADUN/KEDARNATH: हजारों श्रद्धालुओं व बाबा केदार के जयकारों के बीच संडे को सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर विधि-विधान के साथ भगवान केदारनाथ के कपाट खोल दिए गए। पहले दिन राज्यपाल डॉ। केके पाल, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के साथ 11 हजार श्रद्धालुओं ने द्वादश ज्योर्तिलिंगों में से एक केदारनाथ धाम के दर्शन किए। कपाटोत्सव के मौके पर केदारनाथ धाम में सात हजार लोग मौजूद रहे।

 

आपदा के बाद पहली बार रिकाॅर्ड संख्या में पहुंचे यात्री

श्रद्धालुओं के सैलाब से गदगद बदरी-केदार मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह ने कहा कि आस्था के सैलाब को देखकर लगता है कि इस बार यात्रा में नए रिकार्ड बनने की उम्मीद है। दरअसल, आपदा के बाद यह पहला मौका है जब पहले ही दिन 11 हजार श्रद्धालुओं ने केदारनाथ के दर्शन किए। पिछले वर्ष 2017 में कपाटोद्घाटन के दिन करीब साढ़े चार हजार श्रद्धालु मौजूद रहे थे। संडे को सुबह ब्रह्ममुहूर्त में कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई। सबसे पहले मुख्य पुजारी गंगाधर लिंग ने पंचमुखी भोग मूर्ति की पूजा की। इसके बाद बाबा केदार का श्रृंगार किया गया और सुबह करीब छह बजेरावल भीमाशंकर ¨लग व मुख्य पुजारी गंगाधर ¨लग भोग मूर्ति को मंदिर के मुख्य द्वार तक लाए।

 

6.15 मिनट पर खुला मुख्य द्वार

इसके बाद ठीक 6 बजकर 15 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रशासन, रावल और मंदिर समिति के पदाधिकारियों की मौजूदगी में सील बंद मुख्य द्वार खोला गया। सबसे पहले रावल, पुजारी व मंदिर समिति के सदस्यों ने भीतर प्रवेश किया। गर्भ गृह की साफ-सफाई के बाद जलाभिषेक व रुद्राभिषेक हुआ और मंदिर में भोग मूर्ति को विराजमान किया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के ज्योर्तिलिंग के दर्शन किए।

 

छह माह तक हाेंगे दर्शन

जैसे ही मंदिर के कपाट खुले पूरी केदारनगरी भगवान शिव के जयकारों से गुंजायमान हो उठी। वहीं दूसरी ओर सेना के बैंड की धुन के बीच भक्तिमय माहौल में श्रद्धालुओं ने रावल का आशीर्वाद प्राप्त किया। अब अगले छह माह तक यहीं पर देश-विदेश के श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन करेंगे।

 

ट्यूजडे से होंगी नित्य पूजाएं

केदारनाथ के रक्षक के रूप में पूजे जाने वाले भैरवनाथ मंदिर के कपाट ट्यूजडे को भक्तों के लिए खोले जाएंगे। इसके उपरांत केदारनाथ मंदिर में विधिवत रूप से आरती एवं नित्य पूजाएं शुरू होंगी और बाबा को भोग लगाया जाएगा। भैरवनाथ मंदिर के पुजारी अर¨वद शुक्ला ने बताया कि पुराणों में भैरवनाथ को भगवान केदारनाथ का रक्षक कहा गया है।

 

सीएम ने दी शुभकामनाएं

व‌र्ल्ड फेम चारधाम में से तीन धामों के कपाट खुलने के बाद आज बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे। बदरीनाथ के कपाट खुलने को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सभी तीर्थयात्रियों और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। सीएम ने कहा कि चारधाम यात्रा में बदरीनाथ की यात्रा का बड़ा महत्व है। बदरीनाथ धाम तक वाहनों के आवागमन की सुविधा होने से यहां की यात्रा सर्व सुलभ है। सीएम ने कहा कि अतिथि देवो भव: देवभूमि उत्तराखंड की परंपरा रही है।

 

आखिरी गांव माणा तक पहुंचे यात्री

बदरीनाथ धाम के कपाट आज सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिए जाएंगे। कपाटोत्सव को लेकर बड़ी संख्या में यात्री बदरीनाथ पहुंच गए हैं। कपाटोत्सव की पूर्व संध्या पर यात्रियों ने देश के आखिरी गांव माणा के निकट गणेश गुफा, व्यास गुफा व सरस्वती नदी की पूजा-अर्चना की। अंतिम गांव माणा में दुकानें सज गई हैं। माणा के ग्राम प्रधान भगत सिंह बड़वाल ने बताया कि माणा में यात्री गर्म कपड़ों की जमकर खरीदारी कर रहे हैं।